
पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, अब तक आपने भूगोल का एटलस देखा होगा लेकिन एक टेस्ट एटलस भी है जिसमें आलू-बैंगन की सब्जी को दुनिया के 100 सबसे खराब खाद्य पदार्थों में एक मात्र भारतीय व्यंजन के तौर पर शामिल किया गया है. निकृष्टता के पैमाने पर आलू-बैंगन की तरकारी को 60वें स्थान पर रखा गया. इस संबंध में आपकी क्या राय है?’’
हमने कहा, ‘‘हमारी राय जानने के पहले बैंगन को लेकर अकबर-बीरबल का किस्सा सुन लीजिए. एक बार बादशाह अकबर को बैंगन की सब्जी बड़ी स्वादिष्ट लगी. उन्होंने बीरबल के सामने बैंगन की तारीफ की. इस पर बीरबल ने कहा, जहांपनाह, आप सही फरमाते हैं बैंगन सब्जियों का राजा है. तभी तो कुदरत ने इसके सिर पर ताज रखा है. इसके कुछ दिन बाद बादशाह को बैंगन की सब्जी का स्वाद बिल्कुल पसंद नहीं आया. इस बारे में उन्होंने बीरबल को बताया कि बैंगन बड़ी नामाकूल सब्जी है. बीरबल ने बादशाह का मिजाज देखते हुए कहा, हुजूर इसीलिए तो यह बैंगन नहीं बल्कि बेगुन है. इसमें एक भी गुण नहीं है. इसमें सिर्फ बीज भरे होते हैं.’’
पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, हम तो यह मानते हैं कि विदेशी ज्यूरी की बैंगन को लेकर राय बिल्कुल गलत है. उसके सदस्य भारत आकर मसालेदार भरवां बैंगन खाकर देखें तो उंगलियां चाटते रह जाएंगे. शादी के रिसेप्शन से लेकर ढाबा, होटल, रेस्टॉरेंट में हर जगह आलू-बैंगन की सब्जी लोग चाव से खाते हैं. ब्रिटिश इंग्लिश में बैंगन को ब्रिंजल और अमेरिकन इंग्लिश में एग प्लांट कहते हैं. बैंगन अलग-अलग आकार के आते हैं. छोटे वाले बैंगन, बड़ा भरते का बैगन, लंबे वाले बैंगन, काले, बैंगनी, हरे बैगन, धारीदार बैंगन, सफेद लंबे बैंगन आपको सब्जी मार्केट में मिल जाएंगे. बैंगन को भटा भी कहते हैं. रही बात आलू की तो उसका गठबंधन न केवल बैंगन बल्कि हर सब्जी के साथ हो जाता है. आलू-प्याज, आलू-पालक, आलू चौलाई, दही-आलू जैसा चाहे बना लो. आलू में दम है तभी तो दम आलू बनाया जाता है. आलू की रसीली या सूखी सब्जी भी बनती है.’’
हमने कहा, ‘‘कुछ लोग थाली के बैंगन कहलाते हैं जो किसी भी ओर लुढ़ककर पलटी मार देते हैं.’’






