(डिजाइन फोटो)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुरू से ही वंशवाद या खानदानशाही के खिलाफ रहे हैं और इसे लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा बताते हैं। जम्मू-कश्मीर में चुनाव अभियान शुरू करते हुए डोडा की रैली में उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि जम्मू-कश्मीर 3 खानदानों के चक्कर में पिसता रहा। ये खानदान कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के हैं और तीनों ही दशकों तक जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए जिम्मेदार हैं।
बेहतर होता यदि प्रधानमंत्री यह बताते कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर की स्थिति में सुधार करने और वहां सुरक्षा बहाल करने की दिशा में क्या करने जा रही है। कश्मीर में आतंकवाद फिर सिर उठा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ती जा रही है लेकिन पीएम वंशवाद का मुद्दा उठाकर विपक्ष को निशाने पर ले रहे हैं। देश की अधिकांश पार्टियों में वंशवाद रहा है लेकिन जनता ने इसे हमेशा सहजता से लिया।
कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय जनता दल, डीएमके, एनसीपी, बीजद में भी ‘नेता का बेटा नेता’ वाली बात देखी गई। बसपा की सुप्रीमो मायावती अपने भतीजे को आगे बढ़ाती रही हैं। यही स्थिति टीएमसी प्रमुख व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार जम्मू कश्मीर विधानसभा का चुनाव घरानों और राज्य के युवाओं के बीच है।
यह भी पढ़ें- उपद्रवियों को पकड़ा जाए, कौन कराना चाहता है देश में ट्रेन दुर्घटनाएं?
इन 3 परिवार के लोगों ने मिलकर जनता के लिए जो किया, वह किसी पाप से कम नहीं है। इनके पाप की वजह से हजारों लोगों की जान गई। विपक्ष की तीनों पार्टियां आतंक को बढ़ावा देकर दुश्मन की मदद कर रही हैं। जब आतंकवाद चरम पर था तब सूर्यास्त के बाद अघोषित कफ्र्यू लग जाता था। तब तो केंद्र की कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री भी श्रीनगर के लाल चौक जाने से घबराते थे।
इन पार्टियों ने राज्य में नया नेतृत्व पनपने नहीं दिया। हमने उनके इरादों को चुनौती दी। स्थानीय निकाय चुनावों में 30,000 से 35,000 तक युवा राजनीति में आए और उन्होंने नेतृत्व संभाला। जम्मू-कश्मीर में विकास का श्रेय इन नौजवानों को है। प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक बीजेपी को इन परिवारों की मदद की जरूरत थी तब तक हम बर्बादी के जिम्मेदार नहीं थे।
6 वर्ष पहले बीजेपी का पीडीपी से गठबंधन था तब कोई खराबी नजर नहीं आईं। जब अटलबिहारी वाजपेयी ने मुझे कैबिनेट में मंत्री बनाया तब हमारे साथ कुछ गलत नहीं था। प्रधानमंत्री को भ्रम फैलाने की बजाय सच बोलना चाहिए। उन्हें वंशवाद की राजनीति का मुद्दा उठाने की बजाय जम्मू-कश्मीर में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी द्वारा