सोना मिलना या खोना अशुभ (सौ.सोशल मीडिया)
सोने के आभूषण पहनना भला किसे पंसद नहीं होता है। हर कोई सोने के आभूषण पहनना पसंद करता है। खासतौर पर महिलाए सोने के आभूषण पहनने की बड़ी शौकीन होती है। खासकर भारत में सोने के गहनों की दीवानगी लोगों के सर चढ़कर बोलती है। भले ही सोना कितना भी महंगा क्यों न हो जाए पर इसकी लोकप्रियता में कभी कोई कमी नहीं आई।
अगर बात धार्मिक मान्यताओं की करें तो हिंदू धर्म में वैसे तो सोना पवित्र और मां लक्ष्मी का प्रतीक होता है, लेकिन इसका खोना अशुभ और कहीं मिलना अशुभ माना जाता है। अक्सर लोगों को कहीं सोना मिलता है, तो वे उसे संभालकर रख लेते हैं। लेकिन ऐसा करना धार्मिक दृष्टि से अशुभ होता है। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि सोना मिलना या खोना अशुभ क्यों होता है?
ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सोना खोना अशुभ होता है। ऐसा माना जाता है कि सोने का खोना धन हानि, दुर्भाग्य और पारिवारिक कलह का संकेत हो सकता है। इसके अलावा सोना खोना बृहस्पति ग्रह के कमजोर होने से भी जोड़ा जाता है। इसलिए हिन्दू धर्म में सोने का खोना अशुभ माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि सोना खोना धन और समृद्धि के नुकसान का प्रतीक माना जाता है। इसके अलावा, सोना खोना दुर्भाग्य का संकेत भी हो सकता है। अगर आपका सोना खो जाए तो समझिए कि आने वाले समय में पैसों का नुकसान हो सकता है।
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ज्योतिष शास्त्र में सोना बृहस्पति ग्रह से संबंधित है और इसका खोना बृहस्पति के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। कुंडली में गुरु ग्रह के कमजोर होने से जीवन में बाधाएं आ सकती है। साथ ही, यह कलह और वैवाहिक जीवन में परेशानियों का कारण बन सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ऐसा भी माना जाता है कि सोने के खोने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे कि गर्दन की समस्याएं, दर्द, या अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर रास्ते में कहीं पड़ा हुआ सोना मिल जाए, तो उसे उठाना भी नहीं चाहिए।
सोना, धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी से जोड़ा जाता है। ऐसे में सोने का खोना लक्ष्मी के नाराज होने का संकेत माना जाता है। सोना खोने का मतलब है कि देवी लक्ष्मी की कृपा आप पर नहीं बनी हुई है, जिसके कारण आर्थिक तंगी हो सकती है।