किन लोगों को नहीं रखना चाहिए जन्माष्टमी व्रत (सौ.सोशल मीडिया)
Janmashtami 2025 Vrat Niyam: आज पूरे देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महापर्व पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस बार जन्माष्टमी का त्योहार और भी खास है क्योंकि इस वर्ष भगवान श्रीकृष्ण का 5252वां जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। यह पर्व हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है, जो इस वर्ष विशेष योग के संयोग में पड़ रही है।
जिस वजह से इसका महत्व सनातन में और भी बढ़ जाता है। इस दौरान कान्हा का विशेष श्रृंगार किया जाता है, 56 भोग लगाए जाते हैं, महाआरती होती है और रात्रि में भजन-कीर्तन होते हैं।
जैसा कि, आप सभी जानते हैं कि जन्माष्टमी के दिन भक्त भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद एवं कृपा पाने के लिए व्रत-पूजन जरूर करते है। लेकिन सभी के लिए यह व्रत अनिवार्य नहीं है। बल्कि कुछ लोगों को जन्माष्टमी व्रत नहीं रखना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं किन लोगों को नहीं रखना चाहिए जन्माष्टमी व्रत-
ज्योतिषयों के अनुसार, जन्माष्टमी व्रत गर्भवती महिलाओं को नहीं रखना चाहिए। क्योंकि, यह व्रत बहुत ही कठिन होता है। अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान कराने वाली माताएं हैं तो आप जन्माष्टमी के दिन बिना व्रत रखे केवल पूजा पाठ के माध्यम से भी कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त कर सकती हैं। क्योंकि इस अवस्था में अधिक देर तक भूखा रहना आपके और बच्चे के लिए नुकसादायक हो सकता हैं।
जन्माष्टमी व्रत गर्भवती महिलाओं के अलावा बीमार और बुजुर्गों को भी नहीं रखना चाहिए। जो लोग मधुमेह, ब्लड प्रेशर, लिवर, किडनी, हृदय रोग या बुखार आदि से पीड़ित हैं, वे भी जन्माष्टमी का व्रत न रखें। इसके साथ ही उम्रदराज लोगों को भी व्रत न रखने की छूट होती है।
जन्माष्टमी व्रत गर्भवती महिलाओं के अलावा छोटे बच्चों को भी व्रत नहीं रखना चाहिए।
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आपको बता दें, जिन लोगों के घर पर किसी की मृत्यु हुई हो और पातक (अशुद्ध काल) चल रहा हो, उन्हें भी जन्माष्टमी का व्रत नहीं रखना चाहिए और ना ही पूजा करनी चाहिए। क्योंकि ऐसे समय में धार्मिक कार्यों से दूर रहना चाहिए ।