दीया जलाने के सही तरीके जानें, (सौ.सोशल मीडिया)
Astro Tips For Deepak:हिन्दू धर्म में पूजा के समय दीपक जलाने का अपना अलग ही महत्व है। पूजा के समय दीपक जलाने के पीछे यह मान्यता है कि इसे शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। साथ ही, ऐसा भी माना जाता घर में दीपक जलाने से वास्तु दोष दूर होता है।
हालांकि दीया जलाने से जुड़े कई नियम भी शास्त्रों में वर्णित हैं जिनका पालन आवश्यक माना गया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि शाम के समय दीया जलाने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है और क्यों जलाना चाहिए शाम के समय दीपक।
शाम के समय दीया जलाने के दौरान इन बातों का रखें विशेष ध्यान-
कब जलाना चाहिए शाम के समय दीया
ज्योतिषयों के अनुसार, शाम के समय दीया ज्यादातर घरों में जलाए जाने की परंपरा है। हालांकि अक्सर लोग शाम के समय नहीं, बल्कि रात हो जाने पर यानी कि अंधेरा हो जाने पर दीया जलाते हैं जबकि संध्याकाल का दीपक हमेशा सूर्यास्त के समय जलाना चाहिए।
जब सूर्य आकाश में नहीं होता लेकिन प्रकाश मौजूद रहता है। अंधेरा हो जाने के बाद दीया जलाना सात्विक नहीं बल्कि तांत्रिक पूजा में गिना जाता है।
धर्म की खबरें जानने के लिए क्लिक करें-
कहां जलाना चाहिए शाम के समय दीया
ज्योतिषयों की मानें तो, शाम के समय अगर दीया जला रहे हैं तो उसकी दिशा का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। शाम के समय दीया या तो घर के मुख्य द्वार पर जलाना चाहिए या फिर तुलसी के गमले के पास जलाना चाहिए।
इसके अलावा, संध्याकाल का दीपक घर भगवान की आरती कर लेने के बाद रसोई में भी रखा जा सकता है। इससे घर में हमेशा धन और धान्य का भंडार भरा रहता है।
क्यों जलाना चाहिए शाम के समय दीया
ज्योतिष- शास्त्र के अनुसार, शाम के समय दीया जलाने से नकारात्मकता दूर होती है। घर में सुख, शांति, समृद्धि, संपन्नता, सौभग्य, सकारात्मकता आदि का आगमन होता है। शाम के समय दीया जलाने से राहु का दुष्प्रभाव भी कम ही जाता है।
अगर आपकी कुंडली में ग्रह दोष है तो शाम के समय दीया जलाने से ग्रह शांत होते हैं और शुभ परिणाम नजर आने लगते हैं। घर और सदस्यों की उन्नति होने लगती है।इसलिए शाम के समय दीया जलाना न भूले।