कन्या पूजन में क्या खिलाएं और क्या नहीं (सौ.सोशल मीडिया)
Shardiya Navratri 2025: समूचे देशभर में शारदीय नवरात्र का महापर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है, जो देवी दुर्गा और उनके नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना के लिए समर्पित है। इस नौ-दिवसीय उत्सव में कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। कई साधक यानी व्यक्ति अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन करते हैं तो वहीं कुछ नवमी तिथि पर भी कन्या पूजन करते हैं।
आपको बता दें, इस बार कन्या पूजन 30 सितंबर और 1 अक्टूबर को किया जाएगा। 30 सितंबर को अष्टमी कन्या पूजन होगा। वहीं 1 अक्टूर को नवमी कन्या पूजन होगा। इसके बाद 2 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। ऐसे में आज आपको कन्या पूजन से जु़ड़े नियमों के बारे में बताते हैं।
वैसे तो कन्या पूजन के दौरान कई बातों का ध्यान रखना होता है, लेकिन भोजन के लिए भी कई नियम हैं। कन्या पूजन के दौरान कन्याओं को क्या खिलाना चाहिए और क्या खाना नहीं खिलाना चाहिए। चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं-
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, कन्या पूजन की भोग पूरी तरह से सात्विक होना चाहिए। इसमें प्याज और लहसुन जैसी चीजें शामिल नहीं करनी चाहिए, क्योंकि ये तामसिक मानी जाती चाहिए। अगर आप कन्या पूजन के लिए खाना बना रहे हैं, तो इस बात का विशेष ध्यान रहे कि इसमें प्याज-लहसुन न हो। वरना, पूजा का फल नहीं मिलेगा।
घर में रखा बासी भोजन कन्या को नहीं परोसना चाहिए। क्योंकि, ऐसा करना गलत होता है। पूजन में कन्याओं को प्रसन्न करने के लिए अच्छा और स्वादिष्ट भोजन परोसना चाहिए। वरना, मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं।
कन्या पूजन की भोग में बासी भोजन के अलावा बाजार से खाना लाकर कन्याओं को नहीं खिलाना चाहिए। बाजार का भोजन सही नहीं होता है। कन्याओं को पूरी तरह से शुद्ध और सात्विक भोजन खिलाना चाहिए। कन्या पूजन से पहले माता रानी को भोग लगाएं इसके बाद कन्याओं को खाना खिलाएं।
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कन्या पूजन की भोग की थाली में हलवा प्रसाद का मुख्य होता है। कन्या पूजन में सूजी का हलवा जरूर बनाना चाहिए। हलवा और काले चने कन्या को खिलाएं। इसके साथ ही पूरी कन्या को खिलानी चाहिए। इसके अलावा, आप खीर का प्रसाद कन्याओं को खिला सकते हैं। इसके साथ ही सब्जी, फल, मिठाई और नारियल कन्याओं को खिलाएं।