नवरात्रि में करें माता के इन 5 प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन( सौ.सोशल मीडिया)
Navratri 2025: पूरे भारत में इस समय शारदीय नवरात्र का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस पर्व के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दौरान पूजा-पाठ, व्रत, हवन और कन्या पूजा करने से माता प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों पर सदा आशीर्वाद बनाए रखती हैं।
आपको बता दें, नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा के साथ ही माता के मंदिरों का दर्शन करना भी बड़ा शुभ माना जाता है। वैसे तो पूरे भारत वर्ष में माता के कई मंदिर हैं लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे मंदिरों के बारे में आपको बताएंगे जहां नवरात्रि के दौरान सबसे अधिक भक्त माता के दर्शन करने जाते हैं।
नवरात्रि के दौरान वैष्णो देवी मंदिर का दर्शन करना बड़ा शुभ माना गया है। माता दुर्गा के सबसे प्रसिद्ध मंदिर में माता वैष्णो देवी का नाम भी आता है। वैष्णो देवी मंदिर में यूं तो पूरे वर्ष भर ही भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है। कहा जाता है कि नवरात्रि के दौरान वैष्णो देवी मंदिर का दर्शन करने से भक्तों पर माता रानी की कृपा बनी रहती है।
नवरात्रि के दौरान वैष्णो देवी मंदिर के अलावा चामुंडा देवी का दर्शन करना भी बड़ा शुभ एवं पुण्यदाई माना जाता है। यह मंदिर माता दुर्गा के चामुंडा रूप को समर्पित है जिन्होंने चंड-मुंड का वध किया था। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पालमपुर से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर यह मंदिर स्थित है।
नवरात्रि के दौरान चामुंडेश्वरी मंदिर का भी दर्शन करना भी बड़ा शुभ होता है। यह मंदिर दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में स्थित है। यह मंदिर देवी दुर्गा के उग्र रूप चामुंडेश्वरी को समर्पित है। माना जाता है कि यहीं माता दुर्गा ने चामुंडेश्वरी रूप धारण कर महिषासुर का वध किया था। यह मंदिर मैसूर का सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है। नवरात्रि के पावन पर्व के दौरान भक्त इस मंदिर में भी माता के दर्शन करने जाते हैं।
यह मंदिर उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित है। यह मंदिर भी शक्तिपीठों में से एक है। माना जाता है कि यहां माता के नेत्र गिरे ते। यह मंदिर नैनीताल में नैनी झील के किनारे स्थित है। नवरात्रि के दौरान माता के इस मंदिर में भी बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
मनसा देवी मंदिर उत्तराखंड के हरिद्वार में शिवालिक पहाड़ियों पर स्थित है। नवरात्रि के दौरान माता के इस मंदिर में भी भक्तों की भीड़ लगती है। यह मंदिर भी शक्तिपीठों में से एक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहां माता के सिर का अगला भाग गिरा था। इस मंदिर का दर्शन करने वाले भक्तों की मनोकामनाएं माता पूरा करती हैं।