विवाह में अड़चन के उपाय(सौ.सोशल मीडिया)
Mangala Gauri Vrat 2025: धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से मंगला गौरी व्रत हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता हैं। इस साल मंगला गौरी व्रत कल 15 जुलाई को मनाई जा रही हैं। यह व्रत विशेष रूप से कुंवारी कन्याओं और विवाहित स्त्रियों द्वारा किया जाता है, ताकि अविवाहितों को मनचाहा वर, सुखी वैवाहिक जीवन और अखंड सौभाग्य प्राप्त हो।
ज्योतिषयों के अनुसार, सावन के महीने में मंगला गौरी व्रत और उससे जुड़े कुछ खास उपाय कुंवारी लड़कियों के लिए अत्यंत फलदायी माने जाते हैं। आज जानिए कुंवारी लड़कियों द्वारा मंगला गौरी के दिन किए जा सकने वाले विशेष और चमत्कारी उपाय जो विवाह संबंधी बाधाओं को दूर करने में सहायक माने जाते हैं। आइए जानते है इस बारे में-
माता गौरी को लाल पुष्प, लाल चूड़ी, सिंदूर और कुमकुम चढ़ाएं। “ॐ उमायै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। यह उपाय विवाह में आ रही देरी को दूर करता है।
माता को सोलह श्रृंगार (मेहंदी, चूड़ी, बिंदी, काजल आदि) अर्पित करें। ये चीजें माता को बहुत प्रिय हैं और इस दिन सौभाग्यवती बनने का आशीर्वाद देती हैं।
माता गौरी की मूर्ति के चारों ओर 5 या 7 बार मौली लपेटें। प्रार्थना करें कि विवाह संबंधी सभी बाधाएं दूर हों।
शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करें और माता गौरी से वर प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। साथ ही “ॐ गौरी पतये नमः” का 108 बार जाप करें।
मंगलवार की रात को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। यह उपाय विवाह के योग को शीघ्र बनाता है।
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ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार,मंगला गौरी व्रत रखने से मंगल दोष या कुंडली की बाधा शांत होती है, इससे मनचाहा योग्य वर मिलने के योग बनते हैं। इस व्रत को रखने से मन को संतोष और आत्मबल मिलता है।
एक बात का ध्यान रखें कि व्रत के दिन झूठ न बोलें, क्रोध और कटु वचन से बचें। इस दिन किसी विवाहित महिला का आशीर्वाद लेना विशेष शुभ माना जाता है।