Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • India vs West Indies |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Sonam Wangchuck |
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

आज है शनि प्रदोष, ‘इस’ कथा की पाठ से शनिदेव और महादेव दोनों की मिलेगी विशेष कृपा

Shani Pradosh: ऐसी मान्यता है कि शनि प्रदोष व्रत की पूजा उसकी कथा के बिना अधूरी मानी जाती है। कथा का पाठ करने से व्रत का पूरा फल मिलता है। साथ ही भगवान शिव के साथ शनि देव का भी कृपा होती है।

  • By सीमा कुमारी
Updated On: Oct 04, 2025 | 12:33 PM

ये है प्रदोष व्रत कथा (सौ.सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

Shani Pradosh Vrat Katha 2025: आज 4 अक्तूबर को आश्विन माह का अंतिम प्रदोष व्रत है। इस बार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि शनिवार को पड़ रही है। जिसके वजह से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से भगवान शिव के साथ भगवान शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और शनि ग्रह से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती हैं। शनि प्रदोष व्रत में कथा और मंत्र जाप करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि इस व्रत का पाठ करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

ऐसी मान्यता है कि शनि प्रदोष व्रत की पूजा उसकी कथा के बिना अधूरी मानी जाती है। कथा का पाठ करने से व्रत का पूरा फल मिलता है। साथ ही भगवान शिव के साथ शनि देव का भी कृपा होती है। ऐसे में आइए इसकी पावन कथा का पाठ करते हैं।

ये है प्रदोष व्रत कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, किसी समय की बात है, अंबापुर गांव में एक गरीब ब्राह्मणी रहती थी। उसके पति का देहांत हो चुका था, इसलिए वह भीख मांगकर अपना और अपने परिवार का पेट पालती थी। एक दिन जब वह भिक्षा लेकर लौट रही थी, तो उसे रास्ते में दो छोटे बच्चे अकेले मिले।

उस ब्राह्मणी महिला को उन दो छोटे बच्चे पर दया आई, और वह उन दोनों बच्चों को अपने घर ले आई और अपने बच्चों की तरह पालने लगी। कुछ समय बाद, ब्राह्मणी उन दोनों बच्चों को लेकर ऋषि शांडिल्य के पास गई और उनके माता-पिता के बारे में पूछा। ऋषि शांडिल्य ने बताया कि “हे देवी, ये दोनों बालक विदर्भ देश के राजकुमार हैं।

गंधर्व नरेश के हमले के कारण उनका राजपाट छिन गया है और वे राज्य से बेदखल हो गए हैं।” यह सुनकर ब्राह्मणी दुखी हुई और उसने ऋषि से पूछा कि क्या कोई ऐसा उपाय है जिससे इन राजकुमारों को उनका राज्य वापस मिल सके। तब ऋषि शांडिल्य ने ब्राह्मणी को भगवान शिव की पूजा और ‘प्रदोष व्रत’ करने की सलाह दी।

ब्राह्मणी और दोनों राजकुमारों ने ऋषि के कहे अनुसार पूरी श्रद्धा और लगन से प्रदोष व्रत करना शुरू कर दिया। व्रत के प्रभाव से जल्द ही बड़े राजकुमार की मुलाकात अंशुमती नाम की एक सुंदर कन्या से हुई। दोनों ने विवाह करने का फैसला किया। अंशुमती के पिता ने जब यह बात सुनी, तो उन्होंने राजकुमारों की मदद के लिए गंधर्व नरेश के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया।

इसे भी पढ़ें-शुक्रवार को करवा चौथ, बस कर लें ये 4 उपाय, पति-पत्नी के रिश्ते में आएगी मिठास   

युद्ध में राजकुमारों को जीत मिली और प्रदोष व्रत के प्रभाव से उन्हें उनका खोया हुआ राजपाट वापस मिल गया। राजकुमारों ने राजगद्दी मिलने पर, उस दयालु ब्राह्मणी को अपने दरबार में एक विशेष स्थान दिया। इस तरह, ब्राह्मणी ने भी सुख-शांति से जीवन जिया और वह भगवान शिव की बहुत बड़ी भक्त बन गई।

 

Today is shani pradosh reciting this story will bring special blessings of both shanidev and mahadev

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 04, 2025 | 12:33 PM

Topics:  

  • Lord Shiva
  • Pradosh Vrat
  • Religion

सम्बंधित ख़बरें

1

1,140 मूर्तियों का शांतिपूर्ण विसर्जन, ढोल-ताशों की गूंज, 19 थाना क्षेत्रों में रहा कड़ा बंदोबस्त

2

आखिर करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं क्यों देखती है छन्नी में पति का चेहरा, जानिए इसके पीछे का रहस्य

3

आज का राशिफल-04 अक्टूबर 2025: आज आश्विन माह का अंतिम प्रदोष व्रत किन राशियों के लिए शुभ जानिए

4

आखिर नमक उधार लेना-देना क्‍यों माना जाता है अशुभ? जानिए क्या है मुख्य वजह

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.