जानिए नवरात्रि में कपूर के दीपक का महत्व (सौ.सोशल मीडिया)
Shardiya Navratri kapur ke Upay: सोमवार से आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित शारदीय नवरात्रि महापर्व की शुरुआत होने जा रही है। यह नौ दिवसीय पर्व आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को समर्पित है, जिसमें हर दिन किसी एक देवी की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में देवी पूजन के दौरान दीपक जलाने की भी विशेष परंपरा है।
मान्यता है कि दीपक जलाने से वातावरण शुद्ध होता है और साधक को देवी की कृपा प्राप्त होती है। इस दौरान कपूर का दीपक जलाने से भी कई लाभ होते हैं। धन लाभ और आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए आप कपूर से जुड़े कुछ खास उपाय कर सकते हैं। ऐसे में आइए जानते है कपूर से जुड़े कुछ खास उपाय के बारे में-
वास्तु-शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि में कपूर का दीपक जलाने का फल कई गुना अधिक मिलता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार कपूर शुद्धता का प्रतीक है। पूजा-पाठ के दौरान इसका प्रयोग वातावरण को पवित्र करने के लिए किया जाता है।
कपूर जलने पर निकलने वाला धुआं नकारात्मक शक्तियों को समाप्त करता है और उसकी सुगंध मन को शांति प्रदान करती है। इसलिए नवरात्रि में मां की आराधना के समय कपूर का दीपक अवश्य जलाने की परंपरा है।
आमतौर पर बाजार में मिलने वाली बातियों और घी में मिलावट हो सकती है, इसलिए उत्तम है कि आप घर पर शुद्ध देसी घी से बाती तैयार करें। जब इस शुद्ध बाती में कपूर डालकर दीपक जलाया जाता है तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है।
ऐसा माना जाता है कि ऐसा दीपक वातावरण को शुद्ध करने के साथ भक्तों की प्रार्थना भी शीघ्र पूरी करता है। इससे घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है तथा देवी मां प्रसन्न होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं।
वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार, नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के प्रत्येक स्वरूप की आराधना अलग-अलग विधियों से की जाती है। प्रतिदिन पूजा के समय कपूर का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और मानसिक शांति बनी रहती है।
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साथ ही आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलता है। कपूर में औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जो वातावरण में फैले हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट कर देते हैं और वातावरण को साफ बनाए रखते हैं।