झाड़ू खरीदते समय इन बातों का रखें ख्याल (सौ.सोशल मीडिया)
Dhanteras shubh Muhurat: इस साल धनतेरस का त्योहार 18 अक्तूबर, शनिवार को मनाया जा रहा है। दीपावली पर्व का पहला दिन धनतेरस से शुरू होता है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है।
धनतेरस के पावन दिन पर सोना-चांदी, बर्तन, झाड़ू और घर सजाने के लिए वस्तुएं खरीदने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। कई लोग इस दिन कुछ खरीदें या न खरीदें, लेकिन झाड़ू जरुर खरीदते है। क्योंकि, झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।
इसलिए धनतेरस के दिन इसे खरीदना बहुत ही शुभ माना गया है। हालांकि इस दिन झाड़ू खरीदते समय कुछ विशेष सावधानियां बरतना और नियमों का पालन करना बेहद ज़रूरी है। ऐसे में आइए जानते हैं कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
वास्तु एवं ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदते समय ध्यान रखें कि आप खजूर के पत्तों, तार के पत्तों, घास या तिनकों से बनी झाड़ू ही खरीदें। झाड़ू को हमेशा सुबह के समय खरीदना चाहिए। ऐसा करना शुभ माना गया है।
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदकर घर की दक्षिण दिशा में रखें। ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा घर से दूर रहती है। झाड़ू को घर की रसोई या स्टोर रूम में रखना भी शुभ माना गया है।
कहते हैं, ऐसा करने से बुरी नज़र नहीं लगती है। अगर आप चाहते है कि आप पर माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहेतो ये उपाय जरुर करें।
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना बड़ा शुभ होता है। लेकिन, इस बात का विशेष ध्यान रहें कि, इस दिन प्लास्टिक या अन्य कृत्रिम चीज़ों से बनी झाड़ू नहीं खरीदनी चाहिए। इसके अलावा, झाड़ू को सूर्यास्त यानी शाम के बाद नहीं खरीदना चाहिए।
ये भी पढ़ें- धनतेरस के दिन भूल से भी न खरीदें ये 5 चीजें, दरिद्रता की है पूरी आशंका!
झाड़ू को कभी भी घर की पूर्व दिशा में न रखें। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है। झाड़ू पर पैर न रखें। यदि गलती से पैर लग जाए, तो तुरंत क्षमा मांगें, क्योंकि झाड़ू को माता लक्ष्मी का रूप माना गया है। झाड़ू को मुख्य द्वार या पूजा स्थान के पास नहीं रखना चाहिए, यह अशुभ माना जाता है। इसलिए ऐसी गलती करने से बचना चाहिए।