बिल्ली का घर में आना है अच्छा। (सौ. Freepik)
Coming of Cat in the House: भारतीय परंपराओं और मान्यताओं में जानवरों का विशेष स्थान रहा है। इन्हीं में से एक है घर में बिल्ली का आना। आमतौर पर लोग इसे एक सामान्य प्राकृतिक घटना मानते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र में इसका गहरा अर्थ बताया गया है। कहा जाता है कि बिल्ली का आगमन और उसके बच्चों का जन्म किसी भी परिवार के भाग्य को संवार भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से।
वास्तुविदों के अनुसार, घर में बिल्ली का प्रवेश बेहद खास संदेश देता है। यदि सुनहरे रंग की बिल्ली आपके घर में आती है, तो यह अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसी बिल्ली के आगमन से परिवार के भाग्य खुलने लगते हैं और तरक्की के नए रास्ते बनते हैं। वहीं, भूरी रंग की बिल्ली घर में खुशहाली और अचानक धन लाभ का योग लेकर आती है। माना जाता है कि अटके हुए काम पूरे होने लगते हैं और सौभाग्य बढ़ने लगता है।
वास्तु शास्त्र में बिल्ली द्वारा घर में बच्चों को जन्म देना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि यदि बिल्ली आपके घर में आकर बच्चे देती है, तो बच्चों के जन्म के 90 दिनों के भीतर घर में उन्नति और समृद्धि बढ़ने लगती है। बिल्ली के नन्हे बच्चों के रहते हुए घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और नकारात्मक शक्तियाँ स्वतः दूर हो जाती हैं। जब तक ये बच्चे घर में रहते हैं, परिवार पर खुशियों की वर्षा होती रहती है।
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लोक मान्यताओं के अनुसार, यदि कोई बिल्ली अचानक घर में आकर रोने लगे, तो इसे अशुभ संकेत माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह किसी अप्रिय घटना या बुरी खबर की ओर इशारा करता है। ऐसे समय में घबराने के बजाय हनुमान जी का जाप करने और मंगलवार के दिन मंदिर में प्रसाद चढ़ाने की सलाह दी जाती है, जिससे नकारात्मकता दूर होती है।
वास्तुविदों का कहना है कि बिल्ली का घर में आना शुभ हो सकता है, लेकिन उसे स्थायी रूप से पालतू बनाकर रखना शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है, जिससे धन हानि, मानसिक तनाव और सेहत संबंधी समस्याएँ उत्पन्न होने लगती हैं। इसलिए बिल्ली के आगमन को शुभ संकेत माना जाता है, पर उसे हमेशा घर में रखना वास्तु के अनुसार उचित नहीं है।