गणेश चतुर्थी पर राहु-केतु दोषों का निवारण के लिए क्या करें (सौ.सोशल मीडिया)
Ganesh Chaturthi 2025: हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला गणेश उत्सव का महापर्व इस बार 27 अगस्त बुधवार के दिन 2025 से शुरू होने जा रहा है। इस उत्सव के शुभ अवसर पर प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश का पूजा-अर्चना की जायेगी। कहा जाता है कि गणेशजी का पूजा अर्चना करने से भक्तों के सभी प्रकार के विघ्न बाधाएं दूर होती है और मनोरथ पूर्ण होते हैं और भगवान की कृपा भी बनी रहती है।
ऐसे में ज्योतिषशास्त्र में कहा जाता है जिस जातक की कुंडली में राहु और केतु का दोष होता है, उसका जीवन नर्क के समान हो जाता है और जीवन में कई मुश्किलें का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में गणेश चतुर्थी 2025 के अवसर पर राहु-केतु दोषों से मुक्ति के लिए कुछ ज्योतिष उपाय बताये गए हैं। आइए जानते है राहु-केतु दोषों से मुक्ति के लिए गणेश चतुर्थी के दिन क्या करना चाहिए?
ज्योतिषयों के अनुसार, भगवान गणेश और भगवान शिव की विधि-विधान से आराधना करें, राहु बीज मंत्र “ॐ रां राहवे नमः” और केतु बीज मंत्र “ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नमः” का जाप करें, रुद्राभिषेक करवाएं, सफेद चंदन का तिलक माथे पर लगाएं, और गरीबों व आवारा कुत्तों को खाना खिलाएं।
गणेश चतुर्थी के दिन राहु-केतु दोषों का निवारण के लिए भगवान गणेश की विशेष रूप से आराधना करें, खासकर दुर्वा घास अर्पित करें, क्योंकि गणेश जी केतु के देवता हैं और उनकी कृपा से केतु के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
कहा जाता है कि,राहु-केतु दोषों का निवारण के लिए भगवान गणेश के साथ भगवान शिव की उपासना और रुद्राभिषेक करना बेहद लाभकारी माना गया है।
राहु मंत्र: “ॐ रां राहवे नमः” मंत्र का जाप करें।
केतु मंत्र: “ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नमः” मंत्र का जाप करें।
महामृत्युंजय मंत्र: महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी राहु-केतु दोषों को शांत करने में मदद करता है।
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