दीपावली लक्ष्मी पूजा नियम
Diwali 2024:आज देशभर में दीपावली का महापर्व मनाया जा रहा हैं। दीपावली का त्य़ोहार अंधकार पर रोशनी का प्रतीक माना जाता है। इस विशेष दिन पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की उपासना का विधान है। ज्योतिषयों के अनुसार, दिवाली के शुभ मौके पर लक्ष्मी पूजा के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। अन्यथा पूजा का फल नहीं मिलता है। ऐसे में आइए जानते हैं लक्ष्मी पूजा के जरूरी नियम-
जानिए दीपावली लक्ष्मी पूजा नियम
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की उपासना रात्रि के समय की जाती है। इसका प्रचलन पौराणिक काल से चला आ रहा है। मान्यता है कि इस विशेष दिन पर माता लक्ष्मी की उपासना करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मान्यता है कि, पूजा के दौरान सोना-चांदी इत्यादि की भी पूजा की जाती है। पूजा के समय पूजा स्थल पर मंगल कलश स्थापित करें और उसमें जल भरकर आम के पत्ते डालकर मुख पर नारियल रख दें।
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इसके बाद कलश को मौली से अभिमंत्रित करें और उसपर स्वास्तिक चिन्ह बनाएं। पूजा के अंत में आम के पत्तों के सहायता से कलश में रखे जल का छिड़काव पूरे घर में करें। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
कहते है इस दिन तामसिक भोजन जैसे प्याज-लहसुन आदि का सेवन वर्जित होता है। साथ ही इस दिन मांस मदिरा का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। इस नियम का पालन न करने से देवी-देवताओं के क्रोध का सामना करना पड़ता है और जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
आपको बता दें, दिवाली के दिन किसी के भी प्रति मन में द्वेष की भावना या किसी से भी धोखा नहीं करना चाहिए। साथ ही इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और जुआ खेलना भी वर्जित है। इससे मां लक्ष्मी रूठ जाती है। इसलिए इस दिन ऐसी गलती न करें।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, दीपावली पर लक्ष्मी पूजा के दौरान पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। इस रंग का संबंध देवगुरु बृहस्पति से है, जिससे सकारात्मकता का अहसास होता है। साथ ही कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत होती है। पीले रंग के अलावा लाल, केसरिया और चमकीले रंग के कपड़े भी दिवाली के दिन पहन सकते हैं।