अमरनाथ यात्रा (सौ.सोशल मीडिया)
धार्मिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से इस साल जुलाई महीना हिंदू श्रद्धालुओं के लिए बहुत ही शुभ रहने वाला है। क्योंकि, इस महीने सावन के साथ बाबा बर्फानी यानी अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो रही है। आपको बता दें, इस साल अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक चलेगी।
यात्रा में शामिल होने वालों को मेडिकल सर्टिफिकेट, आधार, यात्रा परमिट और RFID कार्ड जैसी जरूरी चीजें साथ लाना भी बेहद अनिवार्य होगा। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हर साल हजारों श्रद्धालु जम्मू-कश्मीर की बर्फीली वादियों में स्थित भगवान शिव के पवित्र गुफा मंदिर ‘अमरनाथ’ के दर्शन के लिए कठिन यात्रा पर निकलते हैं।
समुद्र तल से 12,700 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह गुफा प्राकृतिक रूप से बनी बर्फ की शिवलिंग के लिए जानी जाती है। ये सिर्फ एक यात्रा नहीं बल्कि आस्था, धैर्य और शरीर की परीक्षा है।
आपको बता दें, हर साल की तरह इस साल भी अमरनाथ यात्रा को लेकर भी लोगों के मन उत्साह बना हुआ है, खासकर जुलाई में इसकी डेट को लेकर कि ये कब शुरू होगी? तो आइए इससे जुड़ी सभी प्रमुख बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार है।
आपको बता दें, हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई, 2025 से शुरू होगी। वहीं, इसकी समाप्ति 9 अगस्त 2025 पर होगी। यह यात्रा कुल 38 दिनों तक चलेगी।
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धार्मिक मान्यता के अनुसार, अमरनाथ यात्रा के दौरान भक्तगण को यात्रा के दौरान निम्नलिखित बातों पर विशेष ध्यान देना अनिवार्य है जो इसप्रकार है –
हिन्दू धर्म में अमरनाथ यात्रा का बड़ा महत्व है। ऐसी मान्यता है कि अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। यह वही पवित्र स्थान है, जहां भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य सुनाया था।
गुफा में प्राकृतिक रूप से बर्फ से शिवलिंग बनता है, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र होता है। कहा जाता है कि चंद्रमा की कलाओं के साथ-साथ इस शिवलिंग का आकार भी घटता-बढ़ता रहता है।