झालावाड़ जिले में स्थित पीपलोद गांव में एक सरकारी स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत
Rajasthan School Accident: राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित पीपलोद गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक घटना हुई है। एक सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत गिर गई थी, जिसमें सात मासूम बच्चों की मौत हो गई और एक 28 बच्चे घायल हो गए। हादसा उस वक्त हुआ जब बच्चे स्कूल की प्रार्थना के लिए वहां पर मौजूद थे। बताया जा रहा है कि इस जर्जर इमारत को लेकर कई बार चेतावनी भी दी गई थी। इसके बावजूद प्रशासन ने इसकी अनदेखी करी जिस बात का डर था फिर वही हुआ। इस मामले में पांच शिक्षकों व शिक्षा विभाग के पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि ग्रामीणों की मदद से बच्चों को मलबे से बाहर निकाला गया। घायलों को पास के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों और छात्रों का कहना है कि स्कूल की दीवारें और छत पहले से ही जर्जर हालत में थीं। कुछ समय पहले प्लास्टर करवाया गया था, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। इस स्कूल की इमारत 78 साल पुरानी है।
दूसरी ओर, एक छात्रा वर्षा ने बताया कि छत से कंकड़ गिरने लगे। बच्चों ने जब शिक्षकों को बताया, तो उन्होंने उन्हें डांटा और बैठने को कहा। इसके बाद छत गिर गई और बच्चे दब गए। हादसे के समय शिक्षक पास में ही नाश्ता कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह हादसा बेहद दर्दनाक है। राज्य के सीएम के द्वारा इस घटना के घटित हो जाने के बाद अन्य ऐसे स्कूलो की समीक्षा को लेकर मीटिंग भी बुलाई गई थी। अब इस मामले पर जांच कमेटी गठित की गई है पता नहीं मासूमों के गुनाहगारो को कुछ होगा भी जांच की रिपोर्ट आने में समय लगेगा और फिर एक शुद्ध हिन्दी भाषा में अशुद्धि के साथ लिखा हुआ आवेदन सबमिट करके मामले को खत्म कर दिया जाएगा।
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इस घटना के बाद गांव में सदमे और लोगों में गुस्से का माहौल है। परिजनों और ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल की हालत को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हादसे के बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पांच शिक्षकों और शिक्षा विभाग के पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। इसके अलावा जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने कहा कि जांच कमेटी गठित कर दी गई है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की पूरी कार्रवाई की जाएगी।