राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व वर्तमान सीएम भजनलाल शर्मा
जयपुर: राजस्थान की सियासत में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर हलचल मचा दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पद को लेकर बड़ा बयान देते हुए दावा किया कि भाजपा में ही उन्हें हटाने की साजिश चल रही है। गहलोत का कहना है कि भाजपा का आंतरिक टकराव अब सतह पर आ गया है और कुछ नेता खुद मुख्यमंत्री पद के दावेदार बन बैठे हैं। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी का नाम भी मुख्यमंत्री पद की रेस में चल रहा है।
गहलोत शनिवार को जोधपुर में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ’ रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “भाजपा में क्या चल रहा है, कुछ समझ नहीं आ रहा। भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं, ये खुद उनकी पार्टी भी नहीं जानती।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने मुख्यमंत्री को हटाने की पूरी साजिश रच ली है, लेकिन शर्मा इसका अंदाजा नहीं लगा पा रहे।
वासुदेव देवनानी पर भी टिप्पणी, आरएसएस एजेंडे का आरोप
गहलोत ने अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को आरएसएस का कट्टर कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल से लेकर न्यायपालिका तक पर दबाव बनाया जा रहा है और लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। गहलोत ने आरएसएस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह संविधान से समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता जैसे शब्द हटाने की साजिश रच रही है।
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भाजपा नेताओं ने किया पलटवार
पूर्व मुख्यमंत्री के दावों को भाजपा ने पूरी तरह खारिज कर दिया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार और संगठन बेहतर तालमेल से काम कर रहे हैं, और मुख्यमंत्री को हटाने का कोई षड्यंत्र नहीं है। वहीं, प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि भाजपा रोज मुख्यमंत्री नहीं बदलती, और चुनावी जनादेश ही इसका आधार होता है। उन्होंने कहा कि गहलोत ऐसे बयान देकर सिर्फ भ्रम फैलाना चाहते हैं। बता दें की पूर्व सीएम ने यह बयान जोधपुर में कांग्रेस के प्रोग्राम में दिया है।