फोटो - सोशल मीडिया
अमृतसर : पंजाब पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट ने अमृतसर में एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी का नाम जोधबीर सिंह बताया जा रहा है, जो कि तरनतारण जिले के नौशेरा का निवासी है। बता दें, पुलिस ने आरोपी के पास से पांच अवैध पिस्तौल बरामद की हैं, जिनमें दो PX5 पिस्तौल, एक स्टार मार्क वाली .30 बोर की पिस्तौल और दो 9mm ग्लॉक पिस्तौल शामिल हैं।
पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि यह गिरफ्तारी एक विशेष खुफिया सूचना के आधार पर की गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जोधबीर सिंह का संपर्क पाकिस्तान स्थित एक ड्रग स्मगलर से था, जो भारत में अवैध हथियारों की सप्लाई कराता है।
पंजाब पुलिस ने आरोपी के खिलाफ स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) अमृतसर में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस अब जांच कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। साथ ही, नेटवर्क की पिछली और आगामी कड़ियों का पता लगाने के लिए भी कार्रवाई तेज कर दी गई है।
DGP गौरव यादव ने कहा, “पंजाब पुलिस राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।”
इससे पहले अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने भी एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रामदास शहर के पास मुठभेड़ के बाद दो आतंकवादी मॉड्यूल के ऑपरेटिव्स को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपियों की पहचान विशाल मसीह और लवप्रीत सिंह उर्फ लव के रूप में हुई है, जो जफरकोट गांव के निवासी हैं। पुलिस के मुताबिक, दोनों ने पीछा करने के दौरान पुलिस पर फायरिंग की थी, लेकिन पुलिस ने संयमित जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं।
पुलिस की कार्रवाई यहीं नहीं रुकी। 27 अप्रैल को, काउंटर-इंटेलिजेंस अमृतसर ने एक अन्य ऑपरेशन में एक अवैध हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। इस दौरान अमृतसर के रहने वाले अभिषेक कुमार को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से सात पिस्तौल, चार कारतूस और 1.5 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।
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जांच में खुलासा हुआ है कि ऑस्ट्रेलिया में स्थित जस्सा नामक व्यक्ति पाकिस्तान के तस्करों के साथ मिलकर भारत में हथियारों की तस्करी करवाता है। इस काम में उसके स्थानीय साथी जोधबीर सिंह और अभिषेक कुमार उसकी मदद करते हैं। यही नहीं, इन दोनों का हवाला लेनदेन में भी संलिप्तता सामने आई है, जो एक बड़े आपराधिक नेटवर्क की ओर इशारा करता है।