सहदेव बेटकर को शिवबंधन बांधते उद्धव ठाकरे (सोर्स: एक्स@ShivSenaUBT_)
मुंबई: पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने सहयोगी दल कांग्रेस को बड़ा झटका देकर कोकण में पिछले कुछ महीनों में अपनी पार्टी को लगे झटकों की भरपाई करने का प्रयास किया है। 2019 विधानसभा चुनाव में गुहागर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सहदेव बेटकर ने मंगलवार को उद्धव ठाकरे के निवास ‘मातोश्री’ पहुंच कर शिवबंधन बांध लिया और उनकी पार्टी में शिवसेना (यूबीटी) में शामिल हो गए। उद्धव इस कदम से विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी में मतभेद और गहराने की आशंका बढ़ गई है।
रत्नागिरी जिले में कुणबी ओबीसी समुदाय के प्रखर नेता के रूप में विख्यात सहदेव बटेकर ने मंगलवार को यूबीटी का झंडा थाम लिया। बटेकर, रत्नागिरी जिले से अपने समर्थकों के साथ ‘मातोश्री’ पहुंचे थे। 2019 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे बटेकर को 52 हजार वोट मिले थे।
रत्नागिरीतील कॉंग्रेसचे सहदेव बेटकर ह्यांनी आज मातोश्री येथे शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे) पक्षात प्रवेश केला. पक्षप्रमुख मा. श्री. उद्धवसाहेब ठाकरे ह्यांनी त्यांचे स्वागत केले. ह्यावेळी शिवसेना नेते खासदार संजय राऊत, शिवसेना नेते सचिव विनायक राऊत, शिवसेना नेते खासदार अरविंद… pic.twitter.com/KXInlcTyOs — ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) April 8, 2025
क्षेत्र में जिला परिषद सदस्य और अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके बटेकर इससे पहले 2014 विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। लेकिन 2019 विधानसभा चुनाव के बाद बटेकर सक्रिय राजनीति से दूर हो गए थे।
शिवसेना में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हुई ऐतिहासिक बगावत के बाद से शुरू हुई भगदड़ विधानसभा चुनाव के बाद भी जारी है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना तथा बीजेपी उद्धव ठाकरे को लगातार झटके दे रहे हैं। ऐसे में विपक्षी गठबंधन को मजबूत रखना जरूरी है। इसके बावजूद भी बटेकर को शिवसेना (यूबीटी) में शामिल करने वाले उद्धव को कांग्रेस की नाराजगी की कोई चिंता नहीं है। क्योंकि बटेकर पहले शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में गए थे।
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ऐसा दावा किया जा रहा है कि पार्टी के नेता भास्कर जाधव से मतभेदों के कारण तब उन्होंने शिवसेना छोड़ी थी। इसलिए एक तरफ शिवसेना (यूबीटी) सहदेव बटेकर के पक्ष प्रवेश को घर वापसी बता रहा है। तो वहीं उन्हें फिर से सक्रिय करके पार्टी में नाराज चल रहे भास्कर जाधव का विकल्प भी तैयार किया जा रहा है।