हिमंता का सिंहासन हिलाने की रणनीति बनाएगी कांग्रेस, असम पहुंचेंगे खरगे और राहुल
Mallikarjun Kharge and Rahul Gandhi Assam Visit: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज यानी बुधवार को असम के दौरे पर पहुंचेंगे। यहां वे राज्य के पार्टी पदाधिकारियों के साथ संवाद करेंगे और 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर भी चर्चा होगी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी के जिला, ब्लॉक और मंडल अध्यक्ष, कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं की यात्रा के दौरान उनके समक्ष अपने विचार रख सकेंगे। उन्होंने दोनों नेताओं की यात्रा को एकजुटता का शक्तिशाली प्रदर्शन बताया है।
गोगोई ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘मैं कल असम में खरगे जी और राहुल गांधी जी का स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं। उनकी यात्रा असम के लोगों के साथ एकजुटता का एक शक्तिशाली प्रदर्शन है।’ उन्होंने कहा, यह यात्रा ‘न्याय, सद्भाव और सभी के लिए समावेशी प्रगति के प्रति कांग्रेस पार्टी की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है ।
I look forward to welcoming Shri @kharge ji and Shri @RahulGandhi ji to Assam tomorrow. Their visit is a powerful show of solidarity with the people of Assam. It also reaffirms the Congress party’s shared commitment to justice, harmony, and inclusive progress for all. In these… pic.twitter.com/R94jD5Khcm — Gaurav Gogoi (@GauravGogoiAsm) July 15, 2025
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि ‘इस चुनौतीपूर्ण समय में, उनकी उपस्थिति बेहतर भविष्य का सपना देखने वाले प्रत्येक कार्यकर्ता और नागरिक को ताकत देगी।’ गौरतलब है कि गौरव गोगोई लोकसभा में विपक्ष के उपनेता भी हैं।
कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं की यह यात्रा असम में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बेहद ही महत्वपूर्ण मानी जा रही है। कांग्रेस 2016 से राज्य की सत्ता से दूर है। यही वजह है कि वह इस बार ऐसी रणनीति तैयार करने की कोशिश में है जिससे वह पुनः सत्ता में वापसी कर सके।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि असम में आजादी के बाद से 1978 तक कांग्रेस का एकछत्र राज रहा। लेकिन 1978 में यहां जनता पार्टी ने पहली बार कुर्सी पर कब्जा किया। इसके बाद 1980 से 1985 तक कांग्रेस तो 1985 से 1991 तक असम गण परिषद की सरकार रही।
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इसके बाद 1991 तक कांग्रेस ने फिर सूबे की बागडोर संभाली लेकिन अगले ही चुनाव यानी 1996 में फिर से असम गणपरिषद ने कुर्सी पर कब्जा जमा लिया। लेकिन साल 2001 में जब तरुण गोगोई के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार बनी तो 2016 तक अनवरत चलती रही। वहीं, 2016 से यहां बीजेपी सत्ताधीश है।