विटामिन सी से भरपूर आंवला इम्युनिटी बूस्टर या सुपरफूड कहलाता है। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए आंवले का सेवन हानिकारक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि लोगों को यह जानकारी हो कि किन हालातों में और किन लोगों को आंवला नहीं खाना चाहिए। (सभी फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
हां, अगर आपको सर्जरी करवानी है, तो आपको आंवला नहीं खाना चाहिए। आंवले में एंटीप्लेटलेट गुण होते हैं, जो खून के थक्के बनने से रोकते हैं। इसलिए, ज़्यादा आंवला खाने से ब्लीडिंग का खतरा बढ़ जाता है। सर्जरी से कम से कम दो हफ्ते पहले से ही आंवला खाना बंद कर देना चाहिए। अगर ब्लीडिंग लगातार और लंबे समय तक रहे, तो इससे टिश्यू हाइपोक्सिमिया, गंभीर एसिडोसिस या मल्टीऑर्गन डिसफंक्शन हो सकता है।
आंवला प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीड करा रही महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है। हालांकि, यह कितना नुकसानदेह है, इस पर और अध्ययन करना बाकी है, लेकिन यह ऐसी महिलाओं के लिए स्थिति को कठिन बना सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इससे परहेज करने की सलाह दी जाती है।
अगर आपको किडनी की समस्या है, तो आपको आंवला नहीं खाना चाहिए। आंवला में ऑक्सालेट होता है, जो किडनी स्टोन बनने का जोखिम बढ़ा सकता है। अगर आपको पहले से किडनी में पथरी की समस्या है, तो आंवला का सेवन न करें। आंवला में विटामिन-सी होता है और ज़्यादा मात्रा में खाने से मूत्र में जलन हो सकती है। ज़्यादा आंवला खाने से शरीर का सोडियम स्तर बढ़ जाता है, जिससे किडनी अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाती।
अगर आपका स्कैल्प या स्किन ड्राई है, तो बहुत ज़्यादा आंवला खाने से आपकी समस्या बढ़ सकती है। इससे बालों का झड़ना, खुजली, डैंड्रफ और बालों से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसमें कुछ कंपाउंड डिहाइड्रेशन का कारण बन सकते हैं। इसलिए आंवले खाने के बाद खूब सारा पानी जरूर पिएं।
अगर आपको सर्दी-जुकाम है, तो आपको आंवला नहीं खाना चाहिए। आंवले की तासीर ठंडी होती है, जिससे शरीर का तापमान कम हो सकता है और सर्दी-जुकाम के लक्षण और भी खराब हो सकते हैं। आंवले के खट्टेपन से गले में खराश और खांसी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। हालांकि, आंवले में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में होता है, जो इम्यूनिटी बढ़ाता है और सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से बचाता भी है। सर्दी-जुकाम में आंवले को त्रिफला के रूप में खा सकते हैं।
कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि आंवला ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में भी मदद कर सकता है। और इसलिए यह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए है। हालांकि, ऐसे लोग जिनका ब्लड शुगर लेवल पहले से कम है, उन्हें आमतौर पर यह सलाह दी जाती है। आंवला खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
आंवले में एंटीप्लेटलेट गुण होते हैं यानी कि यह खून के थक्कों को बनने से रोक सकता है। आम लोगों के लिए यह दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए अच्छा हो सकता है, लेकिन अगर कोई पहले से ही किसी ब्लड रिलेटेड डिसऑर्डर से पीड़ित है, तो उन्हें आंवले से परहेज करना चाहिए।
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, जिसकी वजह से यह नेचर में एसिडिक होता है। अगर आप हायपर एसिडिटी से जूझ रहे हैं, तो यह आपके लक्षणों को और भी खराब कर सकता है। हायपरएसिडिटी वाले लोगों को खाली पेट आंवला खाने से पेट में जलन और एसिडिटी हो सकती है। आंवला एक प्राकृतिक लैक्सेटिव है, इसलिए दस्त या लूज़ मोशन की स्थिति में इसका सेवन न करें।