शारदीय नवरात्रि की जहां पर शुरुआत हो गई हैं वहीं पर आज के दिन से माता के 9 स्वरूपों की पूजा की जाएगी। धर्म में जहां पर माता के इन रूप का विशेष स्थान हैं वहीं पर इन रूपों से आपको फाइनेंस भी कई बातें सीखने के लिए मिलेगी जो बेहद जरूरी है। चलिए जानते हैं आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए नौ रूपों से सीखे जाने लायक बातें।
9 रूपों से सीखें आप फाइनेंस की बातें (सौ.सोशल मीडिया)
Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि की जहां पर शुरुआत हो गई हैं वहीं पर आज के दिन से माता के 9 स्वरूपों की पूजा की जाएगी। धर्म में जहां पर माता के इन रूप का विशेष स्थान हैं वहीं पर इन रूपों से आपको फाइनेंस भी कई बातें सीखने के लिए मिलेगी जो बेहद जरूरी है। चलिए जानते हैं आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए नौ रूपों से सीखे जाने लायक बातें।
शैलपुत्री: नवरात्रि के नौ दिनों में पहला रुप आपको एक निवेशक की भूमिका में बनाता है यानि गलतियों से सीख लेने और खूद का मूल्यांकन करने के लिए। इसे लेकर भगवान शिव की पत्नी सती और उनके आत्मदाह से जुड़ी है जो गलतियों से सीखने की सलाह देती है।
ब्रह्मचारिणी :नवरात्रि के नौ दिनों में दूसरा रूप भी आपको किसी ना किसी व्यापार में निवेश करने के लिए अहम गुण देता है। धैर्य के बल पर आप मार्केट की स्थिति को देखकर सही फैसला ले सकते है।
चंद्रघंटा- माता जी का तीसरा रूप ज्ञान के रूप में जाना जाता है इसे लेकर आप इससे जानकारी बढ़ाने और अपने लक्ष्य के प्रति सही तरह से फैसले लेने से होता है।
कूष्मांडा- यहां पर माता दुर्गा का चौथा रूप सृष्टि का सर्जक कहलाता है। इसमें यह रूप दर्शाता है कि, निवेश करने के दौरान आपको जब नुकसान उठाना पड़ेगा तो आप खुद पर भरोसा कर इस स्थिति से निकल सकते है।
स्कंदमाता : यहां पर माता दुर्गा का पांचवा रूप सेनापति की भूमिका आपकी व्यापार में दर्शाता है। इसमें कहा जाता है कि, अपनी लीडरशिप क्वालिटी को बिल्ट करें और उसका सही इस्तेमाल करें। इस रूप के जरिए आपको महंगाई, मार्केट में उतार-चढ़ाव की स्थिति में भी संतुलन बनाकर आगे बढ़ने की सीख मिलती है।
कात्यायनी : यहां पर माता दुर्गा का छठवां स्वरूप आपको एक अच्छा ऑब्जर्वर और फ्यूचर के लिए जरूरी रिसर्च करने की सीख देता है। निवेश करने से पहले आप देख सकते हैं कि, आपका निवेश सही होगा या उससे क्या फायदा मिल सकता है।
कालरात्रि- यहां पर माता दुर्गा का सातवां रूप आपको गलतियों से बचने की सीख देता है. जैसे कि आपका हद से ज्यादा खर्च करना, इंवेस्टमेंट में सही रुचि नहीं लेना और क्रेडिट कार्ड के लूप में फंसना। जब आप इस स्थिति को समझ लेते हैं तो सुधार करके आगे बढ़ सकते है।
महागौरी : यहां पर माता दुर्गा का आठवां स्वरूप आपको आपका हद से ज्यादा खर्च करना, इंवेस्टमेंट में सही रुचि नहीं लेना और क्रेडिट कार्ड के लूप में फंसना या बहुत ज्यादा ईएमआई पर डिपेंड जैसी गलतियों से बाहर निकालता है।
सिद्धिदात्री :यहां पर माता दुर्गा का नौवा रूप आपको सबसे बुरे वक्त से सीख लेकर आगे बढ़ने पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर देता है। महंगाई, व्यापार में नुकसान, छंटनी का दौर ये वो मौके हैं जब आपको अपनी बुरे दौर से लड़कर आगे बढ़ने की जरूरत होती है।