भारत में धरोहर के रूप में हाथी को जाना जाता हैं जो सबसे बड़े पशुओं में से एक होता हैं इसे लेकर ही सभी हाथियों को समर्पित करते हुए अंतरराष्ट्रीय हाथी दिवस 12 अगस्त को हर साल मनाते है।
विश्व हाथी दिवस 2024 (सौ.सोशल मीडिया)
भारत में धरोहर के रूप में हाथी को जाना जाता हैं जो सबसे बड़े पशुओं में से एक होता हैं इसे लेकर ही सभी हाथियों को समर्पित करते हुए अंतरराष्ट्रीय हाथी दिवस 12 अगस्त को हर साल मनाते है। हाथी दिवस और हाथियों से जुड़ी कई बातें है जिनके बारे में कम लोग ही जानते हैं चलिए बात करते हैं..
विश्व हाथी दिवस को एलिफेंट रिइंट्रोडक्शन फाउंडेशन और फिल्म निर्माताओं पेट्रीसिया सिम्स और माइकल क्लार्क द्वारा साल 2011 में इस दिवस को मनाने का फैसला किया गया और पहली बार 12 अगस्त 2012 को मनाया गया।
एशियाई और अफ्रीकी हाथियों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता फैलाने और उनकी तरफ ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से इस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई थी।
भारत में हर पांच साल में हाथियों की गिनती की जाती है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के मुताबिक, साल 2017 में देश में लगभग 23 राज्यों से लिए गए आंकड़ों के अनुसार लगभग 27,312 हाथी थे, जबकि 2012 में इनकी संख्या 29,576 के आसपास थी।
हाथियों की मौत के मामले में केरल को सबसे बदनाम राज्य माना जाता है और भारत में हर पांच सालों में हाथियों की गिनती की जाती हैं जिसमें नए आंकड़ें सामने सामने आते है।
नेशनल जियोग्राफिक किड्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाथी हर दिन घास, पौधे और फल खाने में 12 से 18 घंटे बिताते हैं।
पूरी दुनिया के हाथियों में से 25 फीसदी हाथी अकेले अफ्रीकी देश बोत्सवाना में पाए जाते हैं।