मुंबई: स्वरा भास्कर बॉलीवुड एक्ट्रेस हैं लेकिन वह बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए पहचानी जाती हैं। स्वरा भास्कर ने एक बार फिर जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को नहीं मिल रही जमानत पर सवाल पूछा है। इतना ही नहीं स्वरा भास्कर ने बिना नाम लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ‘चंद्रचूड़’ के रवैया पर भी सवाल उठाया है। स्वरा भास्कर ने यह कहा है कि 4 साल से जेल में बंद उमर खालिद के केस की सुनवाई के लिए न्यायाधीशों के पास समय नहीं है, जबकि वह प्रधानमंत्री के साथ गणेश पूजा के लिए वक्त निकालते हुए नजर आते हैं।
स्वरा भास्कर का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह बयान उन्होंने उम्र खालिद और बाकी लोगों की जमानत के लिए आयोजित की गई एक रैली में दिया है। सोशल मीडिया पर स्वरा भास्कर का यह वीडियो देख कर लोग अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। मेघ अपडेट्स नाम के एक्स हैंडल (पहले ट्विटर) पर यह वीडियो आप भी देख सकते हैं।
Many Muslim youths including Umar Khalid, Sharjeel Imam etc are in jail for the last 4 years in Delhi Riot cases..I also protested but they have not arrested me. Why? Just because I am a hindu. CJI has time for Ganesh Puja with Modi but no time to hear their cases: Swara Bhaskar pic.twitter.com/D4Ff2n9KdQ
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) September 18, 2024
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इस वीडियो में स्वरा भास्कर उमर खालिद की सुनवाई के लिए न्यायाधीशों के पास वक्त की कमी पर सवाल उठा रही हैं। इतना ही नहीं स्वरा भास्कर ने इस मामले में सुनवाई शुरू होने के पहले नाम वापस लेने वाले न्यायाधीश पर भी सवाल उठाया है कि उन्हें आखिर किस बात का डर लग रहा था। कहीं ना कहीं स्वरा भास्कर अपने सवाल से यह पूछना चाह रही है कि जिस देश में न्यायाधीश डरे हुए होंगे, तो बाकी के लोग न्याय की उम्मीद करने कहां जाएंगे।
उमर खालिद करीब 4 साल से जेल में बंद है। इसी साल 2024 में उमर खालिद के मामले में सुनवाई होनी थी। लेकिन अदालत से उन्हें राहत नहीं मिली। दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया। उमर पर दिल्ली में सांप्रदायिक दंगा मामले में साजिश रचने का आरोप है। उमर खालिद ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी जमानत के लिए याचिका दायर की थी लेकिन बाद में से वापस ले लिया गया।
दिल्ली पुलिस का आरोप है कि उमर खालिद ने साल 2020 में करीब 23 जगह पर प्रदर्शन आयोजित किए थे और उसी के कारण राजधानी में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे थे। हालांकि उमर खालिद ने कोर्ट में इस बात से इनकार किया कि दंगा भड़काने में उनका कोई रोल है। उन्होंने कहा था कि उन्हें झूठे मामले में फसाया जा रहा है।