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पुसद (सं). पुसद से महज 30 किलोमीटर दूर पर बुटीबोरी से तुलजापुर तक चार लेन की सड़क बनी है. इससे पुसदकरों में नाराजगी थी. वसंतराव नाईक के पोते और सुधाकरराव नाईक के भतीजे विधायक निलय नाईक ने शक्तिपीठ महामार्ग को पुसद से गुजारने की कोशिश की.
नागपुर-गोवा शक्तिपीठ महामार्ग, जो समृद्धि महामार्ग से भी लंबा है, पुसद से होकर गुजरेगा. इसलिए उनका प्रयास सफल रहा है. राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के 12 जिलों के तीर्थों को जोड़ने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर 802 किलोमीटर लंबा शक्तिपीठ महामार्ग बनाने का फैसला किया है. इस कार्य के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है.
खास बात यह है कि शिक्तिपीठ जाने वाले महामार्ग पर पुसद का कोई जिक्र नहीं था, लेकिन विधान परिषद के सदस्य निलय नाईक ने विधान परिषद में पुरजोर मांग की कि यह महामार्ग पुसद से होकर गुजरना चाहिए. इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से संपर्क किया. इसके मुताबिक शक्तिपीठ हाईवे पर 26 इंटर चेंज रूट तय किए गए हैं, जिसमें पुसद, उमरखेड, हिंगोली, औंढा नागनाथ, नांदेड़, परली वैजनाथ, पंढरपुर होते हुए सीधे पत्रादेवी गोवा तक महामार्ग जाएगा. यह मार्ग महाराष्ट्र के सभी शक्तिपीठों से जुड़ा होगा. महाराष्ट्र के कई जिले और तहसीलों प्रमुख सड़कों से जोड़े गए. लेकिन पुसद इसका अपवाद था.
पुसद से नांदेड़ और यवतमाल के साथ-साथ परभणी तक कोई बड़ी सड़क नहीं जुड़ी थी. समृद्धि महामार्ग पुसद से बहुत दूर था. अब शक्तिपीठ महामार्ग पर 26 इंटरचेंज तय किये गये और पुसद को इसमें जोड़ दिया गया. नागपुर से गोवा तक हाईवे 802 किमी का होने जा रहा है. यह भी निर्णय लिया गया है कि हाईवे पर 26 इंटरचेंज होंगे. पुसद, उमरखेड़, वसमत, परली वैजनाथ, अंबेजोगाई (घाटनांदूर), बार्शी, सांगोला, नरसोबाची वाडी, पन्हाला, आदमपुर आदि गांवों और मंदिरों को इंटरचेंज मार्ग से जोड़ा जाएगा.