
घायल किसान (सौजन्य-नवभारत)
Leopard Attack in Mahagaon: खेत में काम कर रहे किसानों पर अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया। इस दिल दहला देने वाली घटना में दो किसान और एक महिला खेत मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गई। यह घटना बुधवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मोहदी-सातधरी खेत परिसर में घटी, घायलों में बबन मारोती धाडवे और प्रकाश नामदेव धाडवे (दोनों निवासी मोहदी) के नाम शामिल हैं।
सातघरी परिसर में तेंदुए ने खेतहर मजदूर महिला लीलाबाई चव्हाण पर भी हमला किया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हुई। बताया जाता है कि काली (दी.) वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत तेंदुए का कुछ दिनों से आतंक देखा जा रहा है और इससे पहले भी कई किसानों एवं मजदूरों को तेंदुए के दर्शन होने की जानकारी दी थी। वन विभाग द्वारा खेतों में लगाए गए कैमरों में भी तेंदुआ कैद हुआ था।
तेंदुए के हमले में तीन नहीं बल्कि पांच किसान और खेतहर मजदूर घायल हुए हैं। यह कहना है किसान नेता मनीष जाधव का। उनके मुताबिक तेंदूए के हमले में घायल व्यक्तियों में मोहदी निवासी बबन मारोती धाडवे, प्रकाश नामदेव धाडवे, मोहदी, विद्याबाई धाडवे, सातघरी निवासी अंकुश जाधव व लीलाबाई नरसिंग चव्हाण का समावेश है। इनमें से तीन घायलों का उपचार सवना ग्रामीण अस्पताल में शुरू है।
किसान नेता मनीष जाधव ने तेंदूए का बंदोबस्त की मांग बार-बार की थी, लेकिन विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। 26 नवंबर की शाम जब किसान खेत में काम कर रहे थे, तभी दबा-धोकर बैठा तेंदुआ झपट पड़ा और तीन लोगों को घायल कर दिया। सौभाग्य से सभी की जान बच गई, वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
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बबन मारोती धाडवे (45) और प्रकाश नामदेव धाडवे (55) को तेंदूर ने हमला कर घायल कर दिया। वहीं खेतहर मजदू महिला लीलाबाई नरसिंग चव्हाण भी घायल हुई। सभी घायलों को इलाज हेत यवतमाल रेफर किया गया है, यह जानकार वनपरिक्षेत्राधिकारी सम्राट मेश्राम ने दी।
मोहदी और सालधरी के किसानी व महिला सखेतहर मजदूर पर तेंदूए के शावक द्वारा हमला किए जाने की संभावना है। वनपरिक्षेत्राधिकारी के अनुसार मां से बिछड़ने के कारण घबराए तेंदुए के शावक ने हमला हो सकता है। घटनास्थल पर तेंदूए के पैरों के निशान (पग मार्क) पाए गए है, लेकिन ये ताजे नहीं बल्कि पुराने हैं। हमला करने वाले तेंदुए के शावक को पकड़ने के लिए जल्द ही पिंजरा (केज ट्रैप) लगाया जाएगा। इसके लिए मुख्य वनसंरक्षक (सीसीएफ) की अनुमति लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– सम्राट मेश्राम, वनपरिक्षेत्र अधिकारी, काली (दौ.)






