गणेश विसर्जन (सौ. सोशल मीडिया )
Yavatmal News In Hindi: यवतमाल शहर में गणेशोत्सव का समापन नजदीक है और विसर्जन की तैयारियां जोरों पर हैं। नगर परिषद प्रशासन ने 5 सितंबर से शुरू होने वाले तीन दिवसीय गणेश विसर्जन के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। इस बार, पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए शहर के 31 वार्डों में कुल 40 कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया गया है, ताकि प्राकृतिक जल स्रोतों जैसे नदियों और झीलों को प्रदूषण से बचाया जा सके।
नगर परिषद ने शहर के विभिन्न हिस्सों में कृत्रिम तालाब बनाए हैं। इनमें से प्रमुख स्थान हैं:–
1. नरिंगी नगर
2. गिरजा नगर
3. चंदोर नगर
4. माता माई मंदिर
5. भातरू मंडल कार्यालय
6. अनुश्री पार्क
7. ढोले ले-आउट
8. संजय गांधी स्कूल
9. आदर्श नगर
10. मंडल कार्यालय वाघापुर
11. कमलेश्वर मंदिर लोहारा
12. जयविजय चौक
13. शिवाजी ग्राउंड परिसर
14. संत ज्ञानेश्वर मंदिर परिसर
15. साईं मंदिर परिसर
16. सूरज नगर
17. रवि नगर
18. रंगोली ग्राउंड
19. लक्ष्मी नगर
20. विट्ठल-रुक्माई मंदिर
21. दत्तात्रय नगर
22. तिरुपति नगर
23. श्रद्धा नगर
24. गुरुकृपा नगर
25. वाघाडी नदी (गुरुद्वारा के पास)
26. भारती अपार्टमेंट
27. अठवाडी बाजार
28. फायर स्टेशन आर्णी रोड
इन कृत्रिम तालाबों के अलावा, सार्वजनिक कुओं की भी सफाई और मरम्मत की गई है ताकि भक्तगण वहां भी सुरक्षित रूप से विसर्जन कर सकें। जिन कुओं में विसर्जन की व्यवस्था की गई है, उनमें अमराईपुरा, दत्त चौक तालाब, संकटमोचन मंदिर कुआं, लकड़गंज कुआं, बालाजी पार्क कुआं, पिंपलगांव पुलिया के कुआं, बालाजी चौक कुआं, शनि मंदिर चौक कुआं, महिला कॉलेज के पीछे टैंक, गवलीपुरा दाल मिल के पास कुआं, स्वावलंबी स्कूल के पास कुआं, नवनाथ नगरी कुआं, भोसा ग्राम पंचायत के पास कुआं, नागपुर बाईपास कुआं और वडगांव विट्ठल मंदिर कुआं शामिल हैं।
गणेश विसर्जन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे जिले में कड़ा पुलिस बंदोबस्त रहेगा। शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित करने के लिए कुल 1250 होमगार्ड की तैनाती की जाएगी, जिनमें 1150 पुरुष और 200 महिला कर्मी शामिल हैं।
इसके अलावा, सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए एक कंपनी एसआरपीएफ और एक प्लाटून एसआरपी को तैनात किया गया है। साथ ही, बाहरी जिलों से 13 अधिकारी भी ड्यूटी पर रहेंगे। स्थानीय पुलिस भी पूरी तरह से तैयार है, जिसमें 130 अधिकारी और लगभग 2700 पुलिसकर्मी विसर्जन के दौरान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे।
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यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भक्तगण आसानी से और सुरक्षित तरीके से विसर्जन कर सकें, और साथ ही पर्यावरण को भी कोई नुकसान न पहुंचे। नगर परिषद और पुलिस प्रशासन की यह संयुक्त तैयारी गणेशोत्सव के सफल और शांतिपूर्ण समापन में मदद करेगी।