बिजली कर्मियों को किया ग्राम पंचायत कार्यालय में 'कैद'। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
यवतमाल: हिवरा गांव समेत पंद्रह से बीस गांवों को बिजली आपूर्ति करने वाला विद्युत ट्रांसफार्मर जल गया है और सभी सबस्टेशनों का भार एक ही ट्रांसफार्मर पर है। रविवार को आए तूफान के कारण हिवरा क्षेत्र में एजी लाइन पूरी तरह से बंद हो जाने के कारण ग्रामीणों ने एमएसईबी लाइनमैन और वरिष्ठ तकनीशियन को 2 घंटे तक ग्राम पंचायत कार्यालय में ही बंधक बनाए रखा।
2 दिन पहले आए तूफान के कारण हिवरा क्षेत्र में एजी लाइन पूरी तरह बंद हो जाने से ग्रामीण बेहद परेशान हो गए थे। लाइनमैन जाधव और वरिष्ठ तकनीशियन भांडवाने आज 19 तारीख को ग्राम पंचायत कार्यालय में कैद कर दिए गए। वर्तमान में जारी बिजली समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों ने महावितरण के संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को हिवरा में आने का निर्णय लिया, ताकि ग्रामीणों की समस्याओं को तुरंत समझा जा सके और बिजली आपूर्ति की समस्या का स्थायी समाधान किया जा सके।
इसलिए ग्रामीणों ने लाइनमैन और संबंधित वरिष्ठ तकनीशियन को ग्राम पंचायत कार्यालय में बंधक बना लिया। हालांकि गांव वालों ने उन्हें चाय, नाश्ता और पानी उपलब्ध कराकर उनकी देखभाल भी की। ग्रामीणों ने कसम खाई थी कि जब तक गांव में बिजली की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो जाता, वे संबंधित कर्मचारियों को बाहर नहीं जाने देंगे। इसमें सरपंच, उपसरपंच एवं ग्रामीणों ने भाग लिया।
महागांव पुलिस स्टेशन के पुलिस उपनिरीक्षक मिलिंद सरकटे ने हस्तक्षेप कर बिजली वितरण कर्मचारियों को मुक्त कराया तथा ग्रामीणों को कानून अपने हाथ में न लेने के लिए समझाया। लेकिन हिवरा ग्रामीणों की मांगें कब पूरी होंगी, क्योंकि इस समय हर तरफ अंधेरा पसरा हुआ है। ग्रामीण यह मांग कर रहे हैं कि विद्युत वितरण अधिकारी बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाएं।