ठेकेदारों के कारण लगातार फूट रहीं पाइपलाइन
नागपुर: सिटी की जलापूर्ति को सुचारु रखने के भले ही प्रयास किए जा रहे हों लेकिन केबल डालने के लिए अन्य एजेंसी द्वारा ठेकेदारों से लगातार पाइपलाइन फूटने के मामले उजागर हो रहे हैं। हर दूसरे दिन इस तरह का मामला उजागर होने के बाद अब जलापूर्ति करने वाली ओसीडब्ल्यू कम्पनी ने ही मनपा से शिकायत कर इन ठेकेदारों पर नकेल कसने की मांग की है।
बताया जाता है कि विकास कार्यों के नाम पर कई स्थानों पर ठेकेदारों की गलतियों के कारण जलापूर्ति पर विपरीत परिणाम हुआ है। 16 से 19 जून के दौरान प्रतापनगर, बिजली नगर सिविल लाइन्स, हसनबाग गेट, शारदा माता चौक, वैष्णवदेवी चौक, रवि नगर चौक जैसे स्थानों पर चल रहे कार्यों में ठेकेदारों ने जलवाहिनियों को क्षति पहुंचाई है। जलवाहिनियां फूट जाने के कारण इसका खामियाजा जलवाहिनियों पर आश्रित हजारों ग्राहकों को भुगतना पड़ रहा है।
मनपा की छवि हो रही मलिन
मनपा को हुई शिकायत में बताया गया कि इन घटनाओं के कारण कुछ इलाकों में गत कुछ दिनों से जलापूर्ति सेवा पर असर पड़ा है। यहां तक कि ग्राहकों की शिकायतों में भी इजाफा हुआ है। आश्चर्यजनक ढंग से टैंकर द्वारा जलापूर्ति की मांग बढ़ी है। नियमों के अनुसार नेटवर्क एरिया में ओसीडब्ल्यू की ओर से टैंकर द्वारा जलापूर्ति नहीं की जा सकती है। यही कारण है कि लोगों को टैंकर भी उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। जबकि अन्य ठेकेदारों की गलती के कारण मनपा की छवि मलिन हो रही है। ओसीडब्ल्यू की ओर से बताया गया कि गत कई माह से जलवाहिनियां खराब होने की घटनाएं जारी है। लेकिन अब यह प्रमाण बढ़ गया है। केवल जून में ही इस तरह की 17 घटनाएं हुईं। यहां तक कि गत 5 दिनों से लगातार किसी न किसी क्षेत्र में इस तरह की घटना हो रही है।
इस तरह हुईं घटनाएं
ठेकेदार कम्पनियों के लिए SOP जरूरी
मनपा से की गई शिकायत में ओसीडब्ल्यू ने कहा कि भविष्य में इस तरह के नुकसान को टालने तथा लोगों को हो रही परेशानियों को हल करने के लिए खुदाई करने वाली दूसरी एजेंसी के ठेकेदारों के लिए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) होनी चाहिए। एचडीडी या तकनीकी कार्य के लिए खुदाई करते समय जमीन के नीचे की यूटिलिटी की जानकारी होनी चाहिए। सत्यापित करने की अनिवार्यता इन ठेकेदार कम्पनियों पर डालने की मांग भी की।