राजस्व विभाग जिला प्रशासन का केंद्र (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Washim News: राजस्व विभाग सरकार का चेहरा और जिला प्रशासन का केंद्र (रीढ़) है़। यह एक महत्वपूर्ण कड़ी है जो सीधे आम नागरिकों से जुड़ती है़। राजस्व कर्मचारियों की कार्यकुशलता के कारण ही सरकारी योजनाएं गांवों तक पहुंचती हैं. राजस्व सप्ताह के माध्यम से हम इसी कार्यसंस्कृति को और सुदृढ़ बनाना चाहते हैं। ऐसा प्रतिपादन जिलाधिकारी भुवनेश्वरी एस. ने किया है। 1 अगस्त को जिलाधिकारी कार्यालय के नियोजन भवन सभागृह में राजस्व दिवस सप्ताह का उद्घाटन किया गया, इस अवसर पर वे अध्यक्ष पद से बोल रही थीं।
इस अवसर पर प्रमुखता में जिला पुलिस अधीक्षक अनुज तारे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्पित चव्हाण, अतिरिक्त जिलाधिकारी बृजेश पाटिल, परिविक्षाधीन सहाय्यक जिलाधिकारी आकाश वर्मा, निवासी उप जिलाधिकारी विश्वनाथ घुगे, वाशिम की उप-विभागीय अधिकारी वैशाली देवकर, कारंजा के उप-विभागीय अधिकारी कैलास देवरे, जिला नियोजन अधिकारी राजेश सोनखसकर, के साथ वाशिम, मालेगांव, कारंजा, रिसोड, मानोरा के तहसलीदार उपस्थित थे।
उन्होंने इस सप्ताह के दौरान हम न केवल कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, बल्कि नागरिकों का सरकार पर विश्वास भी मजबबूत करने का प्रयास कर रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य है कि योजनाओं का लाभ ज़रूरतमंदों तक पहुंचे और सरकारी सेवाएं पारदर्शी और समय पर प्रदान की जाएं, यही अपेक्षा है। कि प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी जनता की सेवा के लिए कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करें। जिलाधिकारी ने आगे कहा कि, राजस्व विभाग के काम की तुलना अन्य विभागों से नहीं की जा सकती। राजस्व विभाग विभिन्न कार्य करता है।
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कर्मचारियों को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया़। इनमें कारंजा के उपविभागीय अधिकारी कैलास देवरे, उपविभागीय अधिकारी वैशाली देवरे, निवासी उपजिलाधिकारी विश्वनाथ घुगे, उपजिलाधिकारी वीरेंद्र जाधव, तहसीलदार संतोष येवलीकर, प्रतीक्षा तेजनकर, नायब तहसीलदार अर्चना घोलवे, सुनील घोडे, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शाहू भगत, आशुलिपि लेखक वैभव कुलकर्णी, लिपिक वी.एस. पाचपिल्ले, सुजाता भिसे, शरद भाग्यवंत, धनंजय कांबले, पी.यू. मापारी, एस.वी. रायतकर, पी.पी. बायस्कर, अनिल बोरसे, राजस्व सहायक ज्ञानेश्वर अवधूत, श्रीकांत बडोदे, रोशन सरक, डी.एस. नाकतोड़े, जी.एस. गायकवाड, योगेश इंगोले, कैलास कांगटे, देवराव इंगोले, मुंगाशीराम ससाने, आर.डी. चांडे, विक्रम पवार, भगवान घुगे आदि का समावेश था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे़। संचालन अर्चना घोलवे, गजानन उगले ने किया तो आभार जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी साहू भगत ने माने।