
भगवान गणेश की प्रतिमाओं को विराजित करने के लिए ले जाते भक्त
वाशिम: विघ्नहर्ता श्री गणेश का शनिवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ आगमन हुआ। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष श्री गणेश भक्तों में अधिक उत्साह देखा गया। सुबह से ही गणेश को भक्तजन अपने-अपने घर ले जा रहे थे। वाशिम शहर के साथ-साथ पूरे जिले भर में धूमधाम से ढोल-ताशों के साथ नाचते गाते भगवान गणेश की स्थापना करने के लिए भक्तों का उत्साह चरम पर पहुंच गया था।
जिले के साथ सभी ओर विघ्नहर्ता की स्थापना के लिए छोटे बड़े सार्वजनिक मंडलों ने भगवान गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना की। शनिवार की सुबह से ही दिन भर शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र के गणेश भक्त शहर आकर गणेश प्रतिमाओं को ले जा रहे थे। यह सिलसिला शनिवार की देर रात तक चलता रहा। भगवान गणेश की प्रतिमाओं को ले जाने के लिए पुराना नगर परिषद से डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर मार्ग पर गणपति मार्केट के दोनों मार्ग पर बड़े वाहनों को प्रवेश कुछ समय तक बंद था। इस बार ढोल, ताशे व अन्य वाद्यों के साथ गणेश जी का शानदार आगमन हुआ।
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इस त्योहार की पृष्ठभूमि पर शहर के गणेश मंदिरों में रंगरोपन, साफ-सफाई का काम पहले ही पूर्ण कर लिया गया है। इसी तरह सजावट भी की गई है। सभी चीजों पर महंगाई का असर होने के बाद भी भक्तों में सजावट की सामग्री खरीदी के लिए बड़ा उत्साह नजर आया। इसमे छोटे बच्चों से लेकर युवक, वृद्ध भी गणेश स्थापना के लिए आवश्यक वस्तुओं की खरीदी कर रहे थे। स्थानीय पाटनी चौक में पिछले चार-पांच दिनों से पूजा सामग्री के लिए खरीददारों की भारी भीड़ हुई। सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के साथ घर-घर में व अनेक निजी कार्यालयों, संस्थानों में, व्यवसायिक प्रतिष्ठानो में भी भगवान श्री गणेश की स्थापना हुई।
इस बार जिले में कुल 760 गणेश मंडलों द्वारा भगवान गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना की गई है। इस में वाशिम शहर परिसर में 102 सार्वजनिक गणेश मंडलों द्वारा बप्पा की स्थापना की गई। वाशिम ग्रामीण पुलिस की सीमा में 58, रिसोड में 79, मालेगांव में 53, शिरपुर में 47, मंगरुलपीर में 81, अनसिंग में 80, जऊलका में 28, कारंजा शहर में 50, कारंजा ग्रामीण में 50, मानोरा में 57, धनज पुलिस स्टेशन की सीमा में 40 तो अन्य 35 गणेश मंडलों का समावेश हैं।
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विघ्नहर्ता श्रीगणेश का शनिवार को आगमन हुआ। इस गणेश उत्सव में सार्वजनिक गणेश उत्सव मनाने के लिए जिले 13 पुलिस स्टेशन अंर्तगत बंदोबस्त की तैयारी की गई। जिले के कुल 225 गांवों में ग्रामस्थ व गणेश मंडलों ने एक गांव एक गणपति की स्थापना करने का संकल्प किया है। पिछले वर्ष यह संकल्पना 220 गांवों में चलाई गई थी। कहीं पर कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया है।






