वर्धा में सड़कों का हाल बदहाल (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Wardha News: वर्धा जिले में सड़कों की खस्ता हालत ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मुख्य जिला मार्गों से लेकर ग्रामीण अंचलों तक उखड़ी और गड्ढों में तब्दील सड़कों के चलते परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। लोक निर्माण विभाग ने मरम्मत और निर्माण कार्यों के लिए गत वर्ष 163 करोड़ रुपये का प्रस्ताव वरिष्ठ स्तर पर भेजा है, लेकिन यह प्रस्ताव अब तक स्वीकृति के इंतजार में धूल खा रहा है।
परिणामस्वरूप, न केवल आम जनता को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि आपातकालीन सेवाएं और कृषि परिवहन भी बाधित हो रहा है। बता दें कि, वर्ष 2023 व 2024 में जिले के कुछ हिस्सो में अतिवृष्टि हुई थी। अत्यधिक बारिश के कारण वर्धा लोक निर्माण विभाग अंतर्गत आने वाले हाईवे व जिला अंतर्गत मार्ग की पुलियां व सड़के बड़ी मात्रा में क्षतिग्रस्त हुई थी।
परिणामवश इन मार्गों पर आने वाले गांवों के लोगों का परिवहन प्रभावित हो गया है। पीडब्ल्यूडी ने शासन निर्देश पर किए एक सर्वे में 2001 से 2021 दौरान बने छोटे-बड़े 191 ब्रीज का निरीक्षण किया। इनमें से 190 ब्रीज परिवहन के लिए सुरक्षित बताये गए है। दूसरी ओर बाढ़ हानि के कामों की दुरुस्ती के लिए 163 करोड़ का प्रस्ताव भी वरिष्ठ स्तर पर भेजा गया था। परंतु अब तक इस प्रस्ताव को वरिष्ठ स्तर पर स्वीकृति नहीं मिली है। इससे मरम्मत के काम रुके हुए है। यही कारण हैं कि पीडब्ल्यूडी ने इस सीजन बारिश से हुई क्षतिग्रस्त कामो की दुरुस्ती का कोई नया प्रस्ताव वरिष्ठों को नहीं भेजा है।
गत वर्ष भेजे गए प्रस्ताव को अब तक मंजूरी नहीं मिली है। स्थानीय स्तर पर कुछ मरम्मत के काम शुरू है। पुलिया दुरुस्ती के 9 कामों को मंजूरी मिली थी, जिसके लिए 109.80 लाख का निधि मंजूर हुआ था। उक्त कार्य पूर्ण हो चुके है। फिलहाल कामों का नया प्रस्ताव नहीं भेजा गया है
– सतीष अंभोरे, कार्यकारी अभियंता, PWD
गत दो वर्षों से जिले के विविध हिस्सों में भारी वर्षा दर्ज की गई थी। इसमें कुछ राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि होने के कारण जान-माल का काफी नुकसान हुआ था। प्राकृतिक आपदा में जिला परिषद के बांधकाम विभाग अंतर्गत आने वाली ग्रामीण क्षेत्र व अन्य जिला मार्ग भी बड़ी मात्रा में क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसमे कुछ पुलियां का भी समावेश है।
कुछ सड़कों की स्थिति इतनी गंभीर बनी हैं कि, यहां से परिवहन भी मुश्किल है। कुछ मार्ग धोकादायक स्थिति में है। इन मार्गों की मरम्मत व दुरुस्ती के लिए जिला परिषद के बांधकाम विभाग ने वरिष्ठ स्तर पर कुल 131 कामों के प्रस्ताव भेजे थे। इसमें 30-54 याने ग्रामीण मार्ग के 63 काम व अन्य जिला मार्ग याने 50-54 के 68 कामों का समावेश है।
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2024 में भेजे गए इन प्रस्ताव को शासकीय मान्यता मिली। कई दिनों तक टेंडर प्रक्रिया में प्रस्ताव अटके रहे। अब टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होकर वर्क ऑर्डर निकाले जा रहे है। आगामी दिनों में काम दुरुस्ती के काम शुरू होने की संभावना है। बारिश के कारण कामों में दिक्कते आने से देरी होने की जानकारी है।