स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदो की भरमार (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha News: सरकार स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए बडी बडी घोषणा कर रही है़ परंतु वास्तविक स्थिति कुछ और ही है़। स्वास्थ्य क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारी से स्वास्थ्य कर्मियों के पद बडी मात्रा में खाली पडे है़। इसका बुरा असर स्वास्थ्य सेवा पर हो रहा है़। इन दिनों मनुष्य बल के अभाव में ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो गई है़। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से अधिकांश मरिज उपजिला व जिला अस्पताल में भेजे जाते है़। परिणाम वश इन अस्पतालों पर अतिरिक्त बोझ बढ रहा है़।
जिप स्वास्थ्य विभाग के तहत चल रही स्वास्थ्य यंत्रणा में करीब 271 पद रिक्त बताये गए है़। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा देने के लिए जिले में 33 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो 190 के करीब स्वास्थ्य उपकेंद्र कार्यरत है़। स्वास्थ्य विभाग में गुट क व ड के 699 पद मंजूर है़ इनमें से 428 कार्यरत हैं तो, 271 पद रिक्त पडे है़ इसमें सर्वाधिक रिक्त सीटें महिला, पुरुष स्वास्थ्य सहायक व सेवक के होने से ग्रामीण की स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो रही है़।
जिप की स्वास्थ्य यंत्रणा में वर्ग 1 के लगभग सभी पदों पर वैद्यकीय अधिकारी सेवा दे रहे है़ जबकि वर्ग 2 में अ व ब गुट के कुछ पद रिक्त है़। वैद्यकीय अधिकारी गुट-अ के 45 के करीब पद रिक्त पडे है, वहीं वैद्यकीय अधिकारी गुट-ब के करीब 15 पद खाली बताये गए़।
जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के साथ साथ जरुरी संसाधनो का भी अभाव देखने मिल रहा है़। पीएचसी में इन संसाधनो की कमी के कारण मजबूरण मरिजों को जिला व उप जिला अस्पतालों में आना पडता है़ इस ओर ध्यान देना जरुरी है़।
ये भी पढ़े: ‘…तो दिल्ली में काम करुंगा’, देवेंद्र फडणवीस को मोदी सौंपेंगे बड़ी जिम्मेदारी! खुद दिया बड़ा बयान
उल्लेखनिय यह कि, जिले में ग्रामीण अंचल में अच्छी स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए जिप का स्वास्थ्य विभाग सेवारत है़ परंतु मनुष्य बल के अभाव में कई बार आम जनता को पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पाती। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में संसाधनों की कमी देखने मिल रही है़। जहां संसाधन हैं, वहां ऑपरेटर नहीं है़। स्वास्थ्य विभाग में 271 पद रिक्त है़। इसमें महिला, पुरुष स्वास्थ्य सेवकों की भारी कमी है़। साथ ही औषध निर्माण अधिकारी, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, स्वास्थ्य सहायक, पर्यवेक्षक आदि के भी पद रिक्त होने से काम प्रभावित हो रहा है़ ।