एक्सिस बैंक (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Wardha News: एक्सिस बैंक की वर्धा शाखा में सामने आए लोन फ्रॉड का संबंध अप्रैल 2024 में उजागर हुए जीएस फाइनान्स कंपनी के धोखाधड़ी मामले से जुड़ा पाया गया है। इसी कारण आर्थिक अपराध शाखा ने जीएस फाइनान्स कंपनी फ्रॉड के आरोपी गजानन सातव और स्वाति मगर को जेल से कब्जे में ले लिया है। पूछताछ के दौरान कुछ और गंभीर खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
ज्ञात हो कि शहर के केसरीमल कन्या स्कूल परिसर में जीएस फाइनान्स कंपनी का कार्यालय स्थित था। आरोपी गजानन सातव और स्वाति मगर ने कमलेश धोटे के साथ मिलकर कई लोगों के नाम पर लोन लेकर उसकी राशि अपनी कंपनी में जमा कराई थी। इस तरह लगभग 41 लाख रुपये की हेराफेरी कर कार्यालय बंद कर दिया गया था। जून 2024 में शहर पुलिस ने कमलेश धोटे को हिरासत में लिया था और तब से वह जेल में है।
बैंक लोन फ्रॉड मामले में भी कमलेश की संलिप्तता सामने आई है, जिसके चलते ईओडब्ल्यू ने उसे भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। कुछ दिन पहले शहर पुलिस ने स्वाति मगर को सेवाग्राम अस्पताल से हिरासत में लिया, जिसके बाद पति गजानन सातव ने स्वयं पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
पीसीआर के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया था। अब एक्सिस बैंक लोन फ्रॉड में दोनों की संलिप्तता सामने आने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में आर्थिक अपराध ब्रांच के पुलिस उपनिरीक्षक एस।जी। मुदमाली ने आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण कर इस बंटी-बबली जोड़ी को दोबारा हिरासत में लिया है।
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जेल से कब्जे में लेने के बाद ईओडब्ल्यू ने गजानन सातव और स्वाति मिलिंद मगर को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने दोनों को 27 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया है। अब तक इस बैंक लोन फ्रॉड प्रकरण में कुल आरोपियों की संख्या 7 हो चुकी है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे आरोपियों की संख्या बढ़ने की संभावना है।