कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन)
नागपुर: नागपुर के महल इलाके में औरंगजेब की समाधि को लेकर दो गुटों में झड़प हो गई। हिंसा में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। डीसीपी नागपुर अर्चित चांडक ने बताया कि कुछ गलतफहमी के कारण यह घटना हुई। पुलिस ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। वहीं, कई इलाकों में धारा 163 के तहत कर्फ्यू लगा दिया गया है।
आपको बता दें कि सुबह यहां औरंगजेब की समाधि को लेकर विहिप और बजरंग दल ने प्रदर्शन किया था। शाम को भालदारपुरा में भीड़ ने पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की। हिंसा भड़क उठी। कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। सीएम देवेंद्र फडणवीस और राज्य के अन्य नेताओं ने शांति बनाए रखने की अपील की है।
इस हंगामे में डीसीपी निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया। सवाल यह है कि कुल्हाड़ी से हमला कैसे किया गया? क्या इस घटना के पीछे कोई साजिश है? क्योंकि राज्य के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने भी इस आगजनी और हिंसा के पीछे साजिश की आशंका जताई है।
नागपुर में पुलिस ने एहतियात के तौर पर धारा 163 लागू कर दी है। सूत्रों की मानें तो इस घटना के सिलसिले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, 40-45 लोगों को हिरासत में लिया गया है। नागपुर पुलिस ने बताया कि महल इलाके में पथराव और आगजनी की घटना के बाद नागपुर पुलिस ने शहर में निषेधाज्ञा जारी कर दी है।
नागपुर में हिंसा और आगजनी के बाद का एक दृश्य (सोर्स-सोशल मीडिया)
पुलिस अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य वीडियो क्लिप अपने पास खंगाल रही है, मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस ने शहर में शांति बनाए रखने और नागपुर में कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील भी की है।
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नागपुर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मैं खुद पूरे मामले पर नजर रख रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस कमिश्नर से घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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पूरी घटना की जांच के लिए पुलिस ने 20 अलग-अलग टीमें बनाई हैं। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस का दावा है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस वायरल वीडियो की भी जांच कर रही है। पुलिस की टीमें ग्राउंड और कंट्रोल रूम से जांच को आगे बढ़ा रही हैं। जिन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, उनसे गहन पूछताछ की जाएगी। पुलिस को जो भी शुरुआती जानकारी मिली है, उसकी गहराई से जांच की जा रही है।
नागपुर में हिंसा के बाद हालात काबू करने में जुटी पुलिस (सोर्स- सोशल मीडिया)
विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति और खराब हो गई है। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने कहा कि क्या सरकार यह दंगा चाहती थी? पिछले आठ-दस दिनों से यह माहौल बनाया जा रहा था।
शरद पवार गुट के नेता जयंत पाटिल ने कहा कि जो तस्वीरें आ रही हैं, उससे लगता है कि माहौल ठीक नहीं है। सीएम देवेंद्र फडणवीस का निर्वाचन क्षेत्र यहीं से आता है। पिछले 40-50 सालों में नागपुर में इस तरह के दंगे नहीं हुए। यहां का इतिहास ऐसा नहीं है। जो कुछ अचानक हुआ है, उसे रोकने की जरूरत है।