उद्धव ठाकरे, इनसेट- सीएम देवेंद्र फडणवीस (सोर्स: सोशल मीडिया)
Uddhav Thackeray Targeted BJP: शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। पुणे यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स द्वारा आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में ठाकरे ने कहा कि भाजपा न तो महाराष्ट्र में और न ही केंद्र में शासन चलाने में सक्षम है।
पुणे के कार्यक्रम में बाेलते हुए उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक ‘कमजोर नेता’ बताया और कहा कि वे बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में नाकाम हैं।
ठाकरे ने कहा कि राज्य की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, भाजपा नीत महायुति सरकार के पास प्रचंड बहुमत होने के बावजूद मुख्यमंत्री असहाय दिख रहे हैं। भ्रष्टाचार के कई मामलों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने आरोप लगाया कि हालिया भारी बारिश से प्रभावित किसानों को सरकार ने राहत देने में विफलता दिखाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने किसानों का कर्ज माफ किया था, लेकिन मौजूदा सरकार ने अब तक कोई घोषणा नहीं की है।
हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा को घेरते हुए ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी को भाजपा से हिंदुत्व का प्रमाणपत्र नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा हिंदुत्व प्रगतिशील है। भाजपा देश के भीतर दीवारें खड़ी कर रही है और नफरत का माहौल बना रही है। भारत एक खूबसूरत देश है, लेकिन इन लोगों ने इसे नर्क बना दिया है।
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कश्मीर और मणिपुर जैसे संवेदनशील मुद्दों का समाधान करने में विफल रही है और देश को तानाशाही की राह पर ले जा रही है।
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कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन के कारण हिंदुत्व छोड़ने के आरोपों पर ठाकरे ने पलटवार करते हुए कहा कि मुसलमानों को खुश करने के लिए भाजपा ने खुद ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान शुरू किया था। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर भाजपा हमें हिंदुत्व पर दोष देती है, तो क्या चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार जैसे उनके सहयोगी कट्टर हिंदुत्ववादी हैं?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर भी निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि भाजपा के नेता पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।
ठाकरे ने अपने संबोधन का अंत इस संदेश के साथ किया कि वे देश में फैल रही विभाजनकारी राजनीति को रोकने के लिए काम कर रहे हैं और महाराष्ट्र की जनता को भाजपा की नीतियों के खिलाफ सचेत रहने की जरूरत है।