कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार (pic credit; social media)
Maharashtra Politics: कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने मंगलवार को राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने सरकार को किसानों के प्रति असंवेदनशील बताते हुए कहा कि राज्य के कृषि मंत्री किसानों के खिलाफ बयान देते हैं, विधानसभा सत्र के दौरान रमी खेलते हैं और सरकार गैर-जिम्मेदार मंत्रियों का इस्तीफा नहीं लेती है। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की राकां के नेता एवं कृषि मंत्री कोकाटे का इस्तीफा न लेने की वजह से सरकार की आलोचना करते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि सरकार को मंत्रियों पर गोमूत्र छिड़ककर पवित्र कर लेना चाहिए।
वडेट्टीवार ने इसी तरह सरकार पर उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेता व गृह राज्य मंत्री योगेश कदम और संजय शिरसाट का इस्तीफा नहीं लिए जाने की वजह से भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री डांस बार चलाते हैं, एक मंत्री के पास पैसों से भरा बैग मिला है, लेकिन अगर उसे फिर भी समर्थन मिल रहा है, तो इन सभी मंत्रियों पर गोमूत्र छिड़ककर उन्हें पवित्र कर देना चाहिए।
विजय वडेट्टीवार ने कहा कि बहनों को बुलाकर बार में नचाने का ऐसा घिनौना कृत्य महाराष्ट्र की राजनीति में पहले कभी नहीं हुआ। नागपुर में अधिकारी फाइलें लेकर बैठे हैं, बताया जा रहा है कि वे गढ़चिरौली के अधिकारी हैं। वडेट्टीवार ने आलोचना की कि प्रशासन ऐसे चल रहा है जैसे गढ़चिरौली के पालक मंत्री खुद मुख्यमंत्री हों।
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कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि एक तरफ किसान आत्महत्या कर रहे हैं, ठेकेदार आत्महत्या कर रहे हैं, बिल बकाया हैं। राज्य के किसानों पर बैंकों का 35,000 करोड़ रुपए का बकाया है। किसान अब कर्ज नहीं ले पाएंगे। किसान संकट में हैं। लेकिन सरकार को उनसे कोई लेना-देना नहीं है। किसान शक्तिपीठ हाईवे का विरोध कर रहे हैं। सरकार उस हाईवे का खर्च उठाने को तैयार है। लेकिन कर्जमाफी की मांग कर रहे किसानों की मांग पूरी करने को तैयार नहीं है।
विजय वडेट्टीवार ने विधानसभा में भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को याद दिलाया था कि आपने चुनाव से पहले किसानों को एकमुश्त कर्ज माफी का आश्वासन दिया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद आप अपने किये हुए वादे भूल गए हैं। चुनाव से पहले वादे करना और सत्ता में आने के बाद उन्हें मझधार में छोड़ देना, किसानों के साथ धोखा है। ऐसा कहते हुए वडेट्टीवार ने सरकार से किसानों की पूरी कर्जमाफी की मांग की थी।