NCP प्रमुख अजित पवार (सोर्स: सोशल मीडिया)
Mahayuti Seat Sharing Controversy : अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने ठाणे महानगर पालिका चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ महायुति में सीट बंटवारे पर नाराजगी जताई है। पार्टी का दावा है कि उसे गठबंधन की बातचीत से बाहर रखा जा रहा है, जिसके चलते राकांपा ने अकेले चुनाव लड़ने का विकल्प खुला रखा है। इस बयान के बाद महायुति के भीतर खींचतान के संकेत साफ नजर आने लगे हैं।
एनसीपी प्रवक्ता आनंद परांजपे ने मंगलवार को कहा कि ठाणे महानगर पालिका चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के स्थानीय नेता आपस में सीट बंटवारे की बातचीत कर रहे हैं, लेकिन राकांपा को इन बैठकों में आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति गठबंधन सहयोगियों के बीच समन्वय की कमी को दर्शाती है।
परांजपे ने साफ शब्दों में कहा कि यदि एनसीपी को बातचीत में शामिल नहीं किया गया, तो पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने दावा किया कि ठाणे जिला राकांपा अध्यक्ष नजीब मुल्ला से अब तक न तो भाजपा और न ही शिवसेना ने कोई संपर्क किया है। इसी कारण पार्टी ने संभावित उम्मीदवारों से बातचीत तेज कर दी है।
एनसीपी प्रवक्ता परांजपे के अनुसार, पिछले दो दिनों में पार्टी ने करीब 380 इच्छुक उम्मीदवारों से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि यदि गठबंधन में राकांपा को सम्मानजनक हिस्सेदारी मिलती है, तो पार्टी महायुति के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को तैयार है। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो राकांपा ठाणे महानगर पालिका की सभी 131 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।
परांजपे ने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जहां संभव हो, वहां महायुति के हिस्से के रूप में चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि, जरूरत पड़ने पर स्थानीय स्तर पर अन्य दलों के साथ गठबंधन या फिर स्वतंत्र रूप से मैदान में उतरने पर भी विचार किया जाएगा।
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हाल ही में संपन्न 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों का जिक्र करते हुए परांजपे ने कहा कि भाजपा, शिवसेना और राकांपा के गठबंधन से लगभग 215 निकायों में महापौर चुने गए। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र की जनता ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार पर भरोसा जताया है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 29 नगर निगमों और महानगरपालिकाओं के बहुप्रतीक्षित चुनाव 15 जनवरी को होंगे, जबकि मतगणना 16 जनवरी को की जाएगी। ऐसे में ठाणे महानगर पालिका में सीट बंटवारे को लेकर चल रही यह खींचतान आने वाले दिनों में महायुति की राजनीति को नई दिशा दे सकती है।