बदलापुर एनकाउंटर के बाद एनसीपी और शिवसेना के नेताओं ने बांटी मिठाइयां
ठाणे: बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे काे सोमवार को एनकाउंटर हो गया। अक्षय ने पुलिस की बंदूक छीनकर एक पुलिस कर्मचारी पर गोली चलाई, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें अक्षय की मौत हुई। इस मामले को लेकर विपक्ष ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। वहीं दूसरी ओर आरोपी की मौत पर जश्न मनाया जा रहा है।
बदलापुर के एक स्कूल में पढने वाली दो मासूम बच्चियों के साथ दुराचार करने वाले आरोपी अक्षय शिंदे के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की सोमवार को खबर सामने आने के बाद से राज्य की सत्ता में शामिल दलों द्वारा कार्रवाई का स्वागत व लोगों का मुंह मीठा कराया जा रहा है।
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सोमवार की रात एनसीपी (अजित गुट) की युवती जिलाध्यक्ष प्रियंका आशिष दामले ने पेड़े बांटे थे, तो वही मंगलवार को शिवसेना (शिंदे) गुट के शहर प्रमुख वामन म्हात्रे के नेतृत्व में स्थानीय रेलवे स्टेशन में महिला रेल यात्रियों को मिठाई बांटी गई। शिवसेना के कार्यकर्ता ‘इसे कहते हैं शिंदेशाही, नरसंहार माफ नहीं, शिंदे सरकार को धन्यवाद’ लिखी तख्तियां लेकर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे।
इस अवसर पर पूर्व नपा उपाध्यक्ष श्रीधर पाटिल, पूर्व नगरसेवक अरुण सुरवाल आदि सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे। इस बीच बदलापुर पश्चिम के हेंड्रेपाड़ा इलाके में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की और पेड़े बांटे। इस मौके पर बीजेपी की महिला पदाधिकारियों ने गुब्बारे भी उड़ाए। इस अवसर पर पूर्व नपा अध्यक्ष राजेंद्र घोरपड़े, रुचिता घोरपड़े, निशा घोरपड़े, प्रशांत कुलकर्णी आदि सहित कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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ठाणे के बदलापुर में दो मासूम स्कूली बच्चियों के साथ स्कूल में कर्मचारी द्वारा की गई घिनौनी हरकत के कारण शहर में उमड़े जनआक्रोश के दौरान फील्ड पर रिपोर्टिंग कर रही मुंबई के एक मराठी दैनिक की महिला पत्रकार मोहिनी जाधव ने वामन म्हात्रे पर अभद्र व्यवहार और अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद वामन म्हात्रे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।