JNPA SEZ बना 100% ग्रीन एनर्जी हब (pic credit; social media)
JNPA SEZ Green Energy Hub: भारत के सबसे बड़े कंटेनर पोर्ट जवाहरलाल नेहरू पत्तन प्राधिकरण (JNPA) ने पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। JNPA के विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) ने अपने संचालन के लिए 100% हरित ऊर्जा का उपयोग शुरू कर दिया है। यह कदम न केवल औद्योगिक दुनिया के लिए प्रेरणादायी है, बल्कि देश के हरित भविष्य की दिशा में भी बड़ा संकेत है।
JNPA SEZ ने 1 सितंबर 2025 से प्रभावी होने वाले 6.0 मेगावाट ग्रिड-कनेक्टेड पवन ऊर्जा की आपूर्ति के लिए एक अल्पकालिक ओपन एक्सेस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत मात्र 3.12 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। इससे SEZ की बिजली लागत में भारी कमी आएगी, जबकि पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।
JNPA और वीपीपीएल के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर उन्मेष शरद वाप ने कहा, “हमारा मानना है कि सतत विकास और औद्योगिक प्रगति को साथ-साथ चलना चाहिए। JNPA SEZ का 100% हरित ऊर्जा की ओर कदम, एक जिम्मेदार और भविष्य केंद्रित औद्योगिक इकोसिस्टम की नींव रखता है।”
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पिछले कुछ सालों से SEZ को पारंपरिक स्रोतों से करीब 6.30 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिल रही थी। नई व्यवस्था से न केवल लागत कम होगी, बल्कि उद्योगों को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ भी मिलेगा। इसके अलावा, कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी होगी, जिससे पर्यावरणीय जिम्मेदारी को मजबूती मिलेगी।
यह बदलाव JNPA को देश के अन्य बंदरगाहों और औद्योगिक क्षेत्रों के लिए एक आदर्श बनाता है। हरित ऊर्जा की ओर यह कदम भारत के सतत औद्योगिक विकास की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर है। विशेषज्ञों का मानना है कि JNPA SEZ का यह निर्णय आने वाले वर्षों में पर्यावरण अनुकूल निवेश को आकर्षित करेगा और देश की औद्योगिक छवि को वैश्विक मंच पर और मजबूत बनाएगा। JNPA अब न केवल कंटेनर पोर्ट सेवाओं में अग्रणी है, बल्कि हरित औद्योगिक विकास की दिशा में भी मार्गदर्शक बन चुका है।