मीरा-भायंदर में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन (pic credit; social media)
Mira-Bhayander News: आगामी मनपा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी ने मीरा-भाईंदर की प्रभाग संरचना पर गंभीर आपत्ति जताई है। कांग्रेस प्रदेश कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक मुजफ्फर हुसैन ने राज्य चुनाव आयोग, नगर विकास विभाग के मुख्य सचिव और मीरा-भाईंदर आयुक्त राधाबिनोद शर्मा को लिखित पत्र भेजकर आपत्ति दर्ज कराई है।
हुसैन ने कहा कि प्रभागों का पुनर्गठन 2011 की जनगणना के आधार पर किया गया है जबकि शहर की वास्तविक आबादी और मतदाताओं की संख्या अब कई गुना बढ़ चुकी है। 1991 में मीरा-भाईंदर की जनसंख्या 1,75,605 थी और नगरसेवकों की संख्या 67 थी। 2001 में जनसंख्या बढ़कर 5,20,388 हुई तो नगरसेवकों की संख्या 95 कर दी गई। 2011 की जनगणना में जनसंख्या 8,09,378 तक पहुंच गई लेकिन नगरसेवकों की संख्या 95 ही रही। वर्तमान में मीरा-भाईंदर की जनसंख्या 15 लाख से अधिक हो चुकी है।
इसे भी पढ़ें-मीरा-भाईंदर की सड़कें खस्ताहाल, 22 करोड़ खर्च के बावजूद हाईकोर्ट पहुंचा मामला
कांग्रेस ने यह तर्क दिया कि 2021 की जनगणना कोविड-19 की वजह से टल गई थी इसलिए अब प्रभाग निर्धारण 2024 के मतदाता पंजीकरण और अनुमानित जनसंख्या पर आधारित होना चाहिए। हुसैन ने स्पष्ट किया कि 2019 की शहरी विकास नीति और यू.डी.सी.पी.आर. के प्रावधानों के अनुसार जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखकर प्रभागों का डिज़ाइन तैयार करना आवश्यक है ताकि भविष्य में भी संतुलन बना रहे।
कांग्रेस का कहना है कि मौजूदा प्रभाग संरचना जनता के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने मांग की कि प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या और क्षेत्रफल के अनुसार नगरसेवकों की संख्या बढ़ाई जाए। प्रभाग पुनर्गठन पारदर्शी, लोकतांत्रिक और भविष्य के विकास के अनुरूप होना चाहिए ताकि जनता की प्रतिनिधित्व संबंधी समस्या दूर हो सके। कांग्रेस पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन समय पर उचित कदम नहीं उठाता है तो वे इस मुद्दे को जोर-शोर से चुनावी और सार्वजनिक मंचों पर उठाएंगे।