(प्रतिकात्मक तस्वीर)
ठाणे: बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद कई बांग्लादेशी नागरिक भारत में शरण ले रहे हैं तो कई घुसपैठ कर रहे हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के नवी मुंबई इलाके में अवैध रूप से रहने के आरोप में बांग्लादेश के पांच नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के बाद छापा मारकर एक पुरूष व चार महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। पांचों के खिलाफ धाेखाधड़ी व अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
नवी मुंबई पुलिस के मानव तस्करी निरोध प्रकोष्ठ (Anti Human Trafficking Cell) ने एक गुप्त सूचना के आधार पर शनिवार को कोपरखैरणे क्षेत्र में स्थित एक आवासीय परिसर में छापा मारा और चार महिलाओं व एक पुरुष को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि चारों महिलाओं की उम्र 34 से 45 वर्ष के बीच है और वे घरेलू सहायिका का काम करती हैं, जबकि पुरुष की उम्र 38 साल है और वह घरों में पुताई का काम करता है।
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कोपरखैरणे पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि पांचों जाली दस्तावेजों के आधार पर भारत में दाखिल हुए थे। अधिकारी के अनुसार, पांचों बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत धोखाधड़ी और जालसाजी के साथ-साथ पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) नियम-1950 और विदेशी अधिनियम-1946 के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बता दें कि इन दिनों बांग्लादेश हिंसा की आग में जल रहा है। बांग्लादेश में हुए आरक्षण विवाद के बाद हुए हिंसक प्रदर्शन के कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दिया। फिलहाल प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत में शरण ली है। आरक्षण मामले से शुरू हुए हिंसा ने प्रधानमंत्री शेख हसीना की ना केवल कुर्सी छीन ली बल्कि देश से दूर जाने को मजबूर कर दिया। दिन-प्रतिदिन बांग्लादेश की हालात और भी ज्यादा बिगड़ते जा रहे हैं। देश में अल्पसंख्यकों (हिंदू, ईसाई और अन्य) को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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बांग्लादेश में 5 अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद से कई हिंदू मंदिरों, हिंदू समुदाय के लोगों के घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई है। नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली को लेकर शेख हसीना नीत सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद देश में अव्यवस्था का माहौल हो गया था। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को हसीना की जगह बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली।
(एजेंसी इनपुट के साथ)