वसई पशु चिकित्सालय (pic credit; social media)
Vasai Veterinary Hospital: वसई-विरार क्षेत्र में फरवरी 2025 में शुरू हुआ नया पशु चिकित्सालय अब किसानों और पशु प्रेमियों की बड़ी राहत बन गया है। पहले जहां घायल और बीमार पशुओं का इलाज कराने के लिए लोगों को दूर-दराज के शहरों तक जाना पड़ता था, वहीं अब अपने ही इलाके में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह अस्पताल उनकी उम्मीदों का सहारा बन गया है।
केवल सात महीनों में यहां 405 पशुओं का सफल इलाज किया गया है। इनमें से 33 पशुओं की छोटी-बड़ी सर्जरी की गई, जिसमें गाय, कुत्ते, बिल्लियाँ और पक्षी शामिल हैं। इतना ही नहीं, कृत्रिम गर्भाधान के जरिए 372 गाय और भैंसों का इलाज किया गया है। इससे स्थानीय दुग्ध उत्पादक किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है और उनके पशुधन की सेहत भी बेहतर हो रही है।
अस्पताल की स्थापना 3.5 करोड़ रुपये की लागत से 6,800 वर्गफुट क्षेत्र में की गई है। इसमें आधुनिक एक्स-रे मशीन, गाय उठाने वाली मशीन और संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण की सुविधाएं उपलब्ध हैं। लार ग्रंथि रोग और गांठदार त्वचा रोग जैसी गंभीर बीमारियों का भी यहां इलाज किया जा रहा है।
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स्थानीय पशुपालक प्रेमसागर तिवारी ने बताया कि अब आपात स्थिति में भी डॉक्टर तुरंत इलाज उपलब्ध कराते हैं। पहले समय पर इलाज न मिलने से कई बार पशुओं की जान पर संकट आ जाता था, लेकिन अब इस अस्पताल ने ऐसी चिंताओं को काफी हद तक कम कर दिया है।
फिलहाल अस्पताल में सिर्फ चार कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें एक डॉक्टर और तीन अन्य सहायक शामिल हैं। कई पद रिक्त होने की वजह से स्टाफ की संख्या जरूरत से कम है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए तो अस्पताल और बेहतर ढंग से काम कर सकेगा।