भिवंडी में फिर से 3 नाबालिगों का अपहरण (सौजन्यः सोशल मीडिया)
ठाणे: भिवंडी में नाबालिगों के अपहरण की घटनाओं में जहां बढ़ोतरी हो रही है, वहीं शहर के विभिन्न इलाकों से तीन नाबालिगों के लापता होने की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले एक हफ़्ते में यहां से दर्जनों नाबालिग लापता हो चुके हैं। पुलिस लगातार लापता हो रहे बच्चों के अपहरण के मामले दर्ज तो कर रही है, लेकिन उनका पता लगाने या अपहरणकर्ताओं को पकड़ने में नाकाम रही है। इससे पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल उठ रहे हैं। इस बीच, अभिभावकों में डर और दहशत का माहौल बना हुआ है।
पुलिस के अनुसार, भिवंडी के काशेली इलाके की एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की 19 जुलाई की सुबह घर से निकली, लेकिन वापस नहीं लौटी। इस मामले में, लड़की की मां ने नारपोली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है कि एक अज्ञात व्यक्ति उसे बहला-फुसलाकर अगवा कर ले गया। इसी तरह, एक और घटना फातमानगर इलाके में हुई।
शांतिनगर थाने में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि उसका 13 साल का बेटा 18 जुलाई की रात 9 बजे पड़ोसी से बात कर रहा था। वह देर रात तक घर नहीं लौटा। उसके बाद परिजनों ने अपने बेटे की काफी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। उसके बाद उसकी मां की शिकायत पर शांतिनगर थाने में उसके बेटे के अपहरण का मामला दर्ज किया गया है।
इस दर्ज अपराध के संबंध में महिला ने आरोप लगाया है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके बेटे के बचपन का फायदा उठाकर उसका अपहरण कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तीसरी घटना स्थानीय गैबीनगर इलाके की है।
19 जुलाई को एक 13 साल का नाबालिग लड़का लापता हो गया। उसकी मां ने शांतिनगर थाने में बच्चे के अपहरण का मामला दर्ज कराया है। फ़िलहाल, पुलिस तीनों मामलों में अपहरण का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है। लेकिन पुलिस की नाकामी से अभिभावकों में डर का माहौल है।
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तो वहीं एक दुसरी घटना में टाटा पावर नाका इलाके में गांधी नगर के पास MIDC के एक खुले चैंबर में गिरने से एक 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई, जिसमें एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। मृतक व्यक्ति का नाम बाबू धर्म चव्हाण है और यह घटना कल्याण-शील रोड पर नागरिकों की सुरक्षा पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करती है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बाबू चव्हाण जब सड़क पर चल रहे थे, तभी उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई और वे सीधे MIDC के खुले चैंबर में गिर गए। इस घटना में उनके सिर में गंभीर चोट आई। आसपास के लोगों ने उन्हें तुरंत डोंबिवली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, दुर्भाग्य से इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इससे MIDC क्षेत्र में नागरिकों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गया है।