डॉक्टरों की समस्याओं को हल करने के लिए विशेष बैठक (सौजन्यःसोशल मीडिया)
अकोला: शहर में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (एमपीसीबी) की प्रक्रियाओं के कारण 450 से अधिक अस्पताल मालिकों को प्रशासनिक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा था। इस समस्या के समाधान के लिए विधायक रणधीर सावरकर ने आईएमए डॉक्टरों और प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की। इस बैठक में डॉक्टरों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई और त्वरित समाधान निकालने के निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान आईएमए डॉक्टरों ने विधायक रणधीर सावरकर को एमपीसीबी की कठोर प्रशासनिक प्रक्रियाओं के बारे में अवगत कराया। डॉक्टरों का कहना था कि पर्यावरणीय अनुपालन से जुड़ी मामूली प्रशासनिक त्रुटियों के कारण अस्पतालों को अनुमति देने से इनकार किया जा रहा है, जिससे ऑपरेशनल व्यवधान और आर्थिक नुकसान हो रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने के बजाय पूरे आवेदन को अस्वीकार कर दिया जाता है, जिससे अस्पताल मालिकों को बार-बार आवेदन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इस अनावश्यक नौकरशाही व्यवधान के कारण अस्पतालों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
विधायक सावरकर ने बैठक के दौरान एमपीसीबी के अधिकारियों को तत्काल समाधान निकालने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल संचालकों को त्वरित प्रमाणपत्र जारी करने के लिए ऑपरेटर उपलब्ध कराए जाएं और आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। विधायक सावरकर ने यह भी स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है और भ्रष्टाचार या दलाली को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने निर्देश दिए कि अकोला में बड़े अस्पतालों को शीघ्र अनुमति प्रदान की जाए ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा न आए।
बैठक के अंत में सकारात्मक चर्चा हुई और डॉक्टरों की समस्याओं के समाधान की दिशा में कदम उठाए गए। एमपीसीबी को निर्देश दिया गया कि नौकरशाही अड़चनों को कम किया जाए और मामूली त्रुटियों को सुधारने की प्रक्रिया लागू की जाए। विधायक सावरकर ने कहा कि इस सुधार से अकोला के औद्योगिक और व्यावसायिक समुदाय को भी लाभ मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुगमता आएगी। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि प्रदूषण नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए लेकिन अस्पतालों को गैर-जरूरी परेशानियां न दी जाएं। इस बैठक के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि डॉक्टरों की समस्याओं का जल्द समाधान होगा और प्रशासनिक प्रक्रिया को अधिक सरल और न्यायसंगत बनाया जाएगा।
स्थानीय सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में महाराष्ट्र प्रदूषण मंडल के अधिकारी महेश भिवापुरकर, नितिन चौधरी, इसी तरह आईएमए के डा. संतोष सोमानी, डा. प्रदीप अग्रवाल, डा. रणजीत देशमुख, डा. अभिजीत वैद्य, डा. अनूप कोठारी, डा. अभय जैन, डा. श्रीशंकर, डा. राम शिंदे, डा. राजेश उगले प्रमुखता से उपस्थित थे।