सोलापुर-पुणे महामार्ग पर ट्रैवल्स बस पलटी। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
सोलापुर: सोलापुर-पुणे राष्ट्रीय महामार्ग के आढेगाव इलाके में गुरुवार तड़के लगभग 4 बजे एक निजी ट्रैवल्स बस का बड़ा हादसा हुआ। चालक को नींद आने के कारण बस सड़क किनारे खड्डे में पलट गई। इस दुर्घटना में पुणे और मराठवाड़ा के लगभग 30 यात्री घायल हो गए, जिनमें से 20 की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
शिरपुर-लातूर से बुधवार देर रात पुणे की ओर जा रही निजी बस (एमएच 48 के 1918) जब सोलापुर-पुणे राष्ट्रीय महामार्ग के आढेगाव इलाके के पास पहुंची, तब चालक को नींद आ गई। इसके कारण बस सड़क से बाहर निकलकर खड्डे में पलट गई। पलटी लगने की तेज आवाज सुनकर आस-पास के वाहन चालक और स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और घायल यात्रियों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने घायल यात्रियों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया, जहां उनका गंभीरता से उपचार किया जा रहा है। हादसे के कारण आसपास कुछ समय के लिए अफरा-तफरी की स्थिति बनी थी, जिसे पुलिस ने नियंत्रित कर लिया है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी जांच शुरू कर दी है तथा चालक के थकान या अन्य कारणों की भी जांच कर रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह मार्ग विशेष रूप से रात के समय खतरनाक होता है। आढेगाव इलाके में सड़क की खराब स्थिति और आसपास के खड्डे हादसों के लिए जिम्मेदार हैं। इसके अतिरिक्त, चालक की थकान या नींद आने के कारण भी दुर्घटनाएं होती हैं। लोग प्रशासन से इस मार्ग की सुरक्षा बढ़ाने और सड़क की मरम्मत कराने की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
मराठवाड़ा क्षेत्र से एक और दुर्घटना की खबर आई है। कराड-लातूर मार्ग पर रामेगाव-मुरुड अकोला के पास मंगलवार रात लगभग साढ़े आठ बजे एक एसटी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मुरुड बस स्टैंड से लातूर की ओर जा रही बस (एमएच 14 बीटी 4432) बारिश के कारण कीचड़ और फिसलन भरे रास्ते पर फिसल गई, जिससे बस पलट गई।
बारिश के कारण सड़क पर कीचड़ और फिसलन बहुत बढ़ गई थी। साथ ही सड़क निर्माण कार्य के कारण मार्ग और अधिक जोखिम भरा हो गया था। हालांकि, बस की धीमी गति के कारण यात्रियों को गंभीर चोटें नहीं आईं। सभी घायल यात्रियों को तत्काल लातूर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने दोनों घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए बचाव कार्यों में तेजी लाई है।
अधिकारियों ने कहा है कि बारिश के मौसम में विशेष सतर्कता बरतने और सड़क सुरक्षा उपायों को कड़ाई से लागू करने की आवश्यकता है ताकि ऐसे हादसे रोके जा सकें। ये दोनों दुर्घटनाएं सड़क सुरक्षा की वर्तमान स्थिति पर गंभीर सवाल उठाती हैं। खराब सड़कें, चालक की थकान और अनियमित वाहन संचालन मिलकर यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। प्रशासन को चाहिए कि राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन कराए तथा दुर्घटना रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए।