
नारायण राणे और एकनाथ शिंदे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Shinde Shiv Sena Threat: सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी जिलों में गठबंधन होगा। जब तक मैं हूँ, राणे परिवार में कोई विवाद नहीं होगा। मैंने दोनों पार्टियों (शिवसेना और भाजपा) के कार्यकर्ताओं को बुलाया, बातचीत हुई। सबकी इच्छा है कि गठबंधन बने और गठबंधन होगा, ऐसा स्पष्ट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने शिंदे की शिवसेना को गठबंधन तोड़ने की चेतावनी भी दी।
राजन तेली के मुद्दे पर वे भड़क उठे। सिंधुदुर्ग में नारायण राणे की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। राणे ने कहा कि अब चुनाव हैं। सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी में कुछ भी हो, हमने लगभग तय कर लिया है कि हम गठबंधन करेंगे। बैठक होगी और अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मुझे लगता है कि गठबंधन होना चाहिए। दोनों जिलों में भाजपा का अध्यक्ष होना चाहिए।
राणे ने आगे कहा कि मेरा मत है कि अगर ऐसा तय हुआ है, तो हम एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी जिलों में संबंध तोड़ देंगे। राजन तेली कोई नेता या पदाधिकारी नहीं है, मैं उसे मानता ही नहीं। दो लोगों को मैं भाजपा से संबंधित नहीं मानता विशाल परब और राजन तेली। इनके किसी भी बयान को मैं स्वीकार नहीं करूंगा, बल्कि इसका विरोध करूंगा।
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सिंधुदुर्ग में शिंदे और ठाकरे गुट के एक होने की चर्चा पर नारायण राणे सतर्क हो गए हैं। राणे ने कहा कि अगर शिंदे गुट ने ठाकरे गुट से हाथ मिलाया, तो रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग में सारे संबंध तोड़ दिए जाएंगे। उन्होंने विशाल परब और राजन तेली का विरोध जताते हुए शिंदे पर सवाल उठाया कि सभी के छोड़े हुए लोगों को शिंदे क्यों इकट्ठा कर रहे हैं? इस बयान के जरिए उन्होंने अप्रत्यक्ष धमकी और स्पष्ट इशारा दोनों दिए।






