राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार
Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने नागपुर में पत्रकारों से बातचीत में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा खुलासा किया है। शरद पवार ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में दो लोगों ने उनसे मुलाकात की और 160 सीटें जीतने की गारंटी दी थी।
पवार ने कहा, “चूंकि चुनाव आयोग पर कोई संदेह नहीं था, इसलिए हमने इसे नजरअंदाज कर दिया। शरद पवार ने कहा कि, वे दोनों लोग राहुल गांधी से भी मिले थे। हम दोनों ने जनता के पास जाकर मिलने वाले वोटों को स्वीकार करने का फैसला किया और उन लोगों को नजरअंदाज करने का फैसला किया।”
शरद पवार ने कहा कि, उन्हें याद है कि विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले कुछ लोग मुझसे दिल्ली में मिलने आए थे। जो लोग उनसे मिलने आए थे उनके नाम और पते उनके पास नहीं है।
शरद पवार के मुताबिक, महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से 160 सीटें जीतने की गारंटी उन दो लोगों ने उन्हें दी थी। वे उनकी बात सुनकर हैरान रह गए थे। पवार ने कहा, “इसके बाद मैंने उन लोगों की राहुल गांधी के साथ मीटिंग करवाई। वे लोग जो भी कहना चाहते थे, मैंने राहुल गांधी के सामने कह दिया। फिर बाद में तय हुआ कि, हमें यह काम नहीं करना चाहिए। यह हमारा रास्ता नहीं है। हम जनता के पास जाएंगे, जनता जो भी फैसला करेगी, हम उसे मानेंगे।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने बताया कि ‘‘वोट चोरी” पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रस्तुति अच्छी तरह से शोध एवं दस्तावेजों पर आधारित थी। इस मामले की जांच करना निर्वाचन आयोग (ईसीआई) का काम है। पवार ने स्वीकार किया कि विपक्षी महा विकास आघाड़ी को महाराष्ट्र में चुनाव से पहले अधिक सावधान रहना चाहिए था।
शरद पवार कहा, ‘‘हमें पहले ही इस पर गौर करना चाहिए था और सावधानी बरतनी चाहिए थी।” कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को एक ‘‘संस्थागत चोरी” बताया है और दावा किया है कि निर्वाचन आयोग गरीबों के मताधिकार को छीनने के मकसद इस ‘‘चोरी” को अंजाम देने के लिए भाजपा के साथ ‘‘खुलेआम साठगांठ” कर रहा है।
शरद पवार ने कहा कि राहुल गांधी ने सबूतों के साथ अपना प्रेजेंटेशन दिया था। निर्वाचन आयोग को इस पर गौर करना चाहिए। पवार ने इस बात पर खेद जताया कि राहुल गांधी द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शिवसेना (उबाठा) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बैठने की जगह एक फिजूल विवाद बन गई है।
शरद पवार ने कहा राहुल गांधी का ‘‘एक पावरपॉइंट ‘प्रेजेंटेशन’ था। जब हम स्क्रीन पर कोई फिल्म देखते हैं, तो हम आगे नहीं, बल्कि पीछे बैठते हैं। फ़ारूक अब्दुल्ला और मैं पीछे बैठे थे। इसी तरह, उद्धव ठाकरे और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया भी प्रेजेंटेशन ठीक से देखने के लिए पीछे बैठे थे।
शरद पवार ने कहा कि विपक्ष ने नौ सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव पर अभी अपना रुख तय नहीं किया है। पवार ने अपने भतीजे अजित पवार के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ अपने गुट के हाथ मिलाने की अटकलों को भी खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम कभी भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ हाथ मिलायेंगे।