देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार (फोटो: ANI)
नागपुर. शनिवार की रात मुख्यमंत्री आवास ‘रामगिरी’ में महायुति की सीट बंटवारे को लेकर बेहद अहम बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, अजीत पवार समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले, राकांपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे, राकांपा नेता प्रफुल पटेल समेत अन्य उपस्थित थे। बैठक रात 8.10 बजे शुरू हुई। डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। इस बैठक में महागठबंधन के तीनों घटक दलों ने सीटों को लेकर अपनी दावेदारी पेश की है।
सीट बंटवारे का फॉर्मूला ‘जीत की मेरिट’ के आधार पर तय किया जा रहा है। बीजेपी ने पार्टी की अंदरूनी मांगों का मुद्दा सामने रखने की जानकारी है। खबर है कि भाजपा को कम से कम 150 सीटें मिलने की उम्मीद की है। वहीं, एनसीपी अजीत पवार गुट ने अपनी 54 सीटों और निर्दलीय सहित छह अन्य के समर्थन के साथ कुल 60 सीटों की मांग रखी। वहीं, शिवसेना शिंदे गुट मुंबई के साथ मराठवाड़ा और विदर्भ में ज्यादा सीटें चाहता है।
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सीटों के बंटवारे का भी मुद्दा उठा लेकिन यह कहा जाने लगा कि एनसीपी गुट के महागठबंधन का हिस्सा बनने के बाद मूल सीटों में बड़ा बदलाव हुआ है, जिसके बाद सीटों का नया फॉर्मूला तय करने पर सहमति बनी। इस बात पर भी चर्चा की गई कि सीटें आवंटित करते समय कोई विवाद या असहमति नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा सीटों की संख्या के बारे में मीडिया के सामने खुलकर बात नहीं करने पर भी चर्चा की गई।
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बताया जाता है कि महायुति के बीच सीटों के बंटवारे में अन्य कौन से घटक दल किन दलों के साथ हैं, उनकी हिस्सेदारी किसके अधीन रहेगी, इस पर भी चर्चा होने की बात कही जा रही है। लाडली बहन योजना के कार्यक्रम के चलते तीनों नेता नागपुर में थे। चर्चा को आगे मुंबई ले जाया जाएगा। बैठक देर रात तक चलने की जानकारी है।