
सांगली में पटाखा कारखाने में धमाके के बाद का दृश्य (सोर्स: सोशल मीडिया)
Sangli Firecracker Factory Blast : सांगली जिले के भालवणी गांव में एक आतिशबाजी निर्माण इकाई में जोरदार धमाका हुआ। इसकी तीव्रता इतनी अधिक थी कि 2 किलोमीटर दूर तक के घरों के शीशे टूट गए। इस भीषण हादसे में दो श्रमिक बुरी तरह झुलस गए हैं जिनका उपचार जारी है।
धमाके की तीव्रता और इलाके में दहशत महाराष्ट्र के सांगली जिले के खानापुर तालुका स्थित भालवणी गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक पटाखा (आतिशबाजी) निर्माण कारखाने में अचानक भीषण और शक्तिशाली विस्फोट हो गया। यह धमाका इतना जबरदस्त था कि इसकी गूंज और झटके लगभग 2 किलोमीटर के दायरे में महसूस किए गए, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
जानकारी के अनुसार, यह विस्फोट उस समय हुआ जब कारखाने के भीतर आतिशबाजी के निर्माण का काम चल रहा था। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि भालवणी सहित आसपास के गांवों में खड़े वाहनों और घरों की खिड़कियों के शीशों में दरारें पड़ गईं और जमीन तक कांप उठी।
इस दर्दनाक हादसे में दो लोग आफताब मंसूर मुल्ला और अमीन मुल्ला बुरी तरह झुलस गए और गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों और प्रशासन की सक्रियता से दोनों घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, दोनों की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है और उन्हें सघन चिकित्सा दी जा रही है। स्थानीय निवासी इस अचानक हुए हादसे से गहरे सदमे में हैं।
विस्फोट के तुरंत बाद फैक्ट्री में भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग की दो गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन अंततः आग को नियंत्रण में ले लिया गया। हालांकि आग बुझा दी गई है, लेकिन इस भीषण विस्फोट से पूरा इलाका दहल उठा है।
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सुरक्षा के मद्देनजर, प्रशासन ने प्रभावित इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के सटीक कारणों की जांच शुरू कर दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह महज एक दुर्घटना थी या सुरक्षा मानकों की कोई बड़ी अनदेखी हुई थी।
यह भीषण धमाका उस शांत तालाब में अचानक गिरे भारी पत्थर की तरह था, जिसकी लहरों ने न केवल पानी को अशांत किया बल्कि किनारे पर बने आशियानों की नींव तक हिला दी।






